लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद केंद्र मे बीजेपी की तीसरी बार सरकार बन चुकी है। अब देश के अलग अलग विभागो मे कार्यरत कर्मियो के संगठनों ने अपनी समस्याओं के लिए मांग पत्रों के माध्यम से ध्यान आकर्षित करना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी कर्मचारी के संगठनों ने अपने मानदेय और मूल समस्याओं को लेकर प्रक्रिया तेज कर दी है। कुछ समय पूर्व देश के अलग अलग राज्यो के संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा एक संयुक्त संघठन का निर्माण किया था। जिसने इन सभी पदाधिकारियों द्वारा केंद्र सरकार के समक्ष अपनी मांगों को पूरा करने का आहवान किया गया है।
इस संघठन के संस्थापक राजस्थान के छोटी लाल बुनकर ने अपने पदाधिकारियों की सहमति से देश के लगातार तीसरी बार चुने गए नरेंद्र मोदी के नाम से एक मांग पत्र भेजा है जिसमे प्रस्तावित बजट 2024-25 मे आंगनवाड़ी वर्करों के मानदेय में वृद्धि के साथ साथ अन्य समस्याओं का समाधान करने की मांग रखी है।
इस मांग पत्र के अनुसार कहा गया है कि-:
1. भारत सरकार ने मार्च, 2019 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के 3000/- रूपये से 4500/- रूपये व सहायिकाओं के 1500/- रूपये से 2250/- रूपये मानदेय वृद्धि की, जिसमें 60:40 का अंशदान केन्द्र एवं राज्य का है। केन्द्र सरकार द्वारा दिये जा रहे मानदेय अंशदान में तीन गुना मानदेय वृद्धि किया जाना चाहिए। जिसमें राज्य के अंशदान को जोड़ने पर 20 से 25 हजार रूपये तक मानदेय वृद्धि हो सके।
2. देशभर में संचालित सभी आँगनवाड़ी केन्द्रों पर कार्यरत आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को स्थाई कर्मचारी बनाया जाये।
3. आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को नर्सरी टीचर बनाया जाये आँगनवाड़ी केन्द्रों को पाठशाला का दर्जा दिया जा चुका है। तद्नुसार नयी शिक्षा नीति के तहत् आँगनवाड़ी पाठशालाओं में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से नर्सरी टीचर बनाया जाये।
4. आँगनवाड़ी वर्करो को सेवानिवृत्ति पर दस लाख रूपये की आर्थिक सहायता एवं पेंशन सुविधा दी जानी चाहिए।सेवानिवृत्ति पर वृद्धावस्था में दस लाख रूपये नकद भुगतान एवं मासिक नियमित पेंशन लाभ मिले।
5. माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्णय वर्ष 2022 के सिविल अपील संख्या 3153 के अनुसार आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को ग्रेच्युटी भुगतान दिये जाने हेतु पात्र माना गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में न्यायालय निर्णय की पालनार्थ ग्रेच्युटी भुगतान हेतु आदेश सभी राज्यो के लिए जारी कराया जाये।
6. आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को 5 वर्ष व 10 वर्ष के मानदेय सेवाकाल पर मानदेय वृद्धि (इन्क्रीमेंट) क्रमशः 36 रूपये व 45 रूपये दिये जाते हैं। वर्तमान में सहायिकाओं को यह सेवाकाल इन्क्रीमेंट का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
चूंकि सरकार द्वारा दी जा रही धनराशि का वर्तमान मे बढ़ती महंगाई के चलते कोई औचित्य नहीं है। इसीलिए आंगनवाड़ी को 5 वर्ष पर 300/- रूपये, 10 वर्ष पर 500/- रूपये व 15 वर्ष पर 700/- रूपये एवं 20 वर्ष के सेवाकाल पर 1000/- रूपये अतिरिक्त मानदेय वृद्धि का लाभ दिया जाये साथ ही सहायिका को भी इस सुविधा का लाभ मिलना चाहिए।