आंगनवाड़ी न्यूज़गाजीपुर

चयनित 83 गांवों की रिपोर्ट के लिए जांच टीम गठित l हर 15 दिन मे करेगी जांच

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गाजीपुर बाल विकास विभाग द्वारा जिले के कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए जांच टीम गठित किया जा रहा है। यह जांच टीम गांवों में जाकर अति कुपोषित बच्चो को चिन्हित करते हुए सूची तैयार करेगी जिससे इन बच्चो को कुपोषण से बचाया जा सक।

पहले चरण में जिले के1238 ग्राम पंचायतों के 83 गांवों का चयन किया गया है। इन चयन किये गए गांवों में बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए हर 15 दिन मे जांच रिपोर्ट को चेक करेगी। इसी रिपोर्ट केआधार पर बच्चो मे कुपोषण के लक्षण मिलने पर पोषाहार और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी।

बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा पहले चरण में चयनित 83 गांवों को कुपोषण मुक्त करने के लिए यह पहल शुरू की गयी है।डीएम की अध्यक्षता में बनी जांच टीम हर 15 दिन मे कुपोषित बच्चों की प्रगति रिपोर्ट पर नजर रखेगी।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या की पहचान करेंगे। टीम के सदस्य द्वारा कुपोषित बच्चों की उम्र के अनुसार ऊंचाई और वजन की पहचान की जायेगी।

चयनित गांवों में चिन्हित किये गए कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को नियमित पोषाहार दिया जाएगा। आंगबाड़ी कार्यकत्री इन कुपोषित बच्चो के घर जाकर इनके परिजनों को पोषाहार देने के साथ ही खिलाने के तरीके को भी बताएंगी।

इस सम्बंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय का कहना है कि जनपद को कुपोषण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत गाजीपुर जिले मे कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा। इसीलिए 83 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में चिन्हित किये गए बच्चों को पोषाहार के साथ ही परिजनों को भी जागरूक किया जाएगा। इसके साथ साथ हर पंद्रह दिन पर गठित जांच टीम बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेंगी।

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