आंगनवाड़ी को मिलने वाले 50 लाख के बीमे की सच्चाई क्या है,किसको मिलेगा बीमे का लाभ
आंगनवाडी न्यूज़
बिना ट्रेनिंग दिए स्मार्ट फोन पर काम करेंगी आंगनवाडी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश की 1.23 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 27 सितम्बर से स्मार्टफोन देने की शुरुआत कर दी है उसमें पोषण ट्रैकर ऐप भी है लेकिन बाल विकास व पुष्टाहार विभाग ने अभी तक उनकी ट्रेनिंग नहीं करवाई है। ये फोन उन्हें गर्भवती स्त्रित्त्यों व बच्चों का पोषण पर नजर रखने के लिए दिया गया है। हालाकि इसके लिए 200 रुपए प्रतिमाह डाटा का पैसा भी दिया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों में 11 रजिस्टर होते हैं जिसमें बच्चों का वजन, पोषाहार, गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड रखा जाता है। अब यह कार्य ऐप के माध्यम से होगा। रजिस्टरों का वेरिफिकेशन केवल निरीक्षण के समय होता था जबकि ऐप के माध्यम से अधिकारी लखनऊ से ही डाटा को देख सकेंगे। इन्हें बच्चों के वजन, लम्बाई, पोषाहार, स्वास्थ्य की जानकारी भी ऐप पर ही रियल टाइम में देनी होगी। लेकिन अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को स्मार्ट फोन तो मिल गया है लेकिन वे बच्चों का पोषण इस पर ट्रैक कैसे करें?
मुरादाबाद में घर घर चलेगा टीवी खोजो अभियान
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक दस्तक अभियान चलेगा। संचारी रोग नियंत्रण अभियान दस्तक का यह तृतीय चरण होगा। इसमें टीबी के मरीजों को घर घर खोजने का विशेष अभियान चलेगा।
विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमांगी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विगत तीन वर्षो में संचारी रोगों की रोकथाम में काफी असर पड़ा है। इस दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनवाडी कार्यकत्री प्रत्येक मकान पर क्षयरोग से संभावित रोगियों के विषय में जानकारी लेने पहुंचेंगी। साथ ही क्षय रोग के लक्षणों वाले किसी व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर उस व्यक्ति का नाम तथा मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण एक फार्मेट में अंकित करेंगे। एएनएम के माध्यम से ब्लाक मुख्यालय पर उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने इस दौरान साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया है। जिससे जनसामान्य तक सभी जानकारियों की सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। माह अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में ब्लाक स्तर पर संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की ब्लाक टास्कफोर्स की बैठक की जाएगी
हफ्ते में दो दिन खुलेंगे आंगनवाडी केंद्र
जनपद गाजीपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत 3 से 6 वर्ष के बच्चों के अभिभावक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए हर महीने के तीसरे मंगलवार को अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों के विकासात्मक एवं अधिगम उपलब्धियों आदि से अवगत कराया जाएगा। अभिभावक को उनके बच्चों द्वारा पिछले एक माह में किए गए कार्य जैसे ड्राईंग, पेंटिंग, नृत्य, गायन, कविता, नाटक एवं इन सभी से बच्चों में होने वाले सकारात्मक परिवर्तन से अभिभावक को अवगत कराया जाएगा। पीटीएम के समय अगर किसी बच्चे का जन्मदिन है तो इसे भी भव्य तरीके से मनाया जाएगा।
वाराणसी जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 3914 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। अब इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोलने का निर्णय लिया गया है। जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्र सप्ताह में दो दिन खोले जाएंगे। इस दौरान केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकॉल, मास्क, सेनेटाइजर, साफ-सफाई आदि का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाएगा। इन सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को शासन से मिले निर्देशानुसार सप्ताह में दो दिन सोमवार और गुरुवार को खोला जायेगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों की रंग-बिरंगी दीवारें, रंगीन मेज कुर्सी देखकर बच्चों के चेहरे पुन: खिल जाएंगे। इसके साथ ही उन्हें नई शिक्षा नीति के तहत अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन (ईसीसीई) के जरिये शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सोमवार और गुरुवार को अवकाश की स्थिति में अगले दिन केन्द्र खोले जाएंगे।
केंद्र सरकार द्वारा आंगनबाड़ी वर्करो व् सहायिका को मिलने वाले 50 लाख का बीमा का सच
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारियों की जानकारी के अनुसार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश भर की लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को कोविड-19 ड्यूटी के दौरान बीमा की सुविधा उपलब्ध कराने का फैसला किया है। केंद्र सरकार अब इनके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 50 लाख रुपये का बीमा कवर देगी। पैकेज में कोविड-19 के कारण जीवन की हानि और कोविड ड्यूटी से संबंधित कर्तव्यों के दौरान आकस्मिक मृत्यु शामिल है।कोरोना काल में आंगनबाड़ी और आशा वर्करो ने ड्यूटी पर रहते हुए जोखिम भत्ता और बीमा कवर की मांग की थी।
कौन से वर्कर होंगी इस योजना में शामिल
जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कोरोना संक्रमण के दौरान जिला प्रशासन के साथ मिलकर सामुदायिक जागरूकता फैलाने, कोरोना मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल करने और घर-घर जाकर राशन वितरण करने जैसे काम किए हैं वो वर्कर कोरोना महामारी के जारी रहने तक बीमा लाभ के पात्र रहेंगे देश में करीब 13.29 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्री और 11.79 लाख सहायिकाएं हैं।आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका 11 मार्च, 2020 से शुरू हुई महामारी की पूरी अवधि के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 50 लाख रुपये के बीमा कवर के तहत कवर किए गए हैं।
कोरोना माहमारी में कार्यरत आंगनवाडी ही होंगी बीमा लाभ के दायरे में
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण में उन सभी वर्करो को इस बीमा योजना के दायरे में रखा गया है जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका ने कोविड-19 जागरुकता, निगरानी अभियान और घर-घर राशन वितरण जैसी गतिविधियों में शामिल रही हैं, उन्हें योजना के तहत कवर किया जाएगा। जिला प्रशासन को आंगनबाड़ी और एएनएम कार्यकर्ताओं की पहचान करने के लिए कहा गया है जो कोविड-19 से संबंधित कार्यों और कर्तव्यों में शामिल हैं। राज्यों को इसकी सूचना दे दी गई है। इसे लागू करना उन पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि राज्यों को जिला प्रशासन के माध्यम से ऐसे आंगनवाड़ी और सहायक कार्यकर्ताओं की पहचान करने का निर्देश दिया गया है। यह पहली बार है, जब आंगनवाड़ी कर्मियों को इस बीमा योजना के दायरे में शामिल किया गया है। इसके पीछे सरकार का लक्ष्य अन्य कोरोना योद्धाओं की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा इस महामारी के दौरान किए गए अतुलनीय कार्य को सम्मान देना है। उन्होंने बताया कि अब तक संक्रमितों के उपचार सहायक, कोरोना संक्रमण के दौरान काम करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर और आशा कार्यकत्रियों को ही इस बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा था।
मुजफ्फर नगर में ऑनलाइन आंगनवाडी भर्ती आवेदन शुरू
आवेदन करने की तिथि | 05/10/2021 |
आवेदन करने की अंतिम तिथि | 26/10/2021 |
आवेदन करने के लिए क्लिक करे | वेबसाइट लिंक |
ऑनलाइन आंगनवाडी भर्ती विज्ञप्ति मुज्जफरनगर