गोरखपुर में 9 आंगनवाडी वर्करो की सेवा समाप्त
आंगनवाडी न्यूज़
बाराबंकी मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती एकता सिंह की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति एवं जिला कन्वर्जेंस कमेटी की मासिक समीक्षा बैठक डीआरडीए सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में आंगनवाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के लिए समस्त सीडीपीओ को निर्देशित किया गया। बंद पाए जाने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्यकत्री के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया गया। पूर्व के निरीक्षण में जो लोग अनुपस्थित पाए गए हैं। उनके स्पष्टीकरण में क्या कार्यवाही की गई वह भी स्पष्ट किए जाएं। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रीस्कूल किट एवं पोषण ट्रैकर के संबंध में यूनिसेफ के माध्यम से 10 नवंबर को विकास खंड देवा में समस्त मुख्य सेविकाओं एवं सीडीपीओ को प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। बैठक में अधिकाधिक आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका लगाए जाने के लिए निर्देशित किया गया। अक्षय पोषण वाटिका के फोटोग्राफ्स तथा लगाए गए पौधों के विवरण भी उपलब कराने को कहा गया। निर्माणाधीन आंगनवाड़ी केंद्र को नवंबर के अंत तक हरहाल में पूर्ण कराए जाने के स्पष्ट निर्देश दिए। सीडीओ की तरफ से सभी खंड विकास अधिकारियों को नवंबर तक प्रत्येक दशा में कार्य पूर्ण करने के लिए पत्र जारी कराने के निर्देश भी दिए गए।
समय से पोषाहार केंद्रों तक पहुंचाने की हो व्यवस्था परियोजना कार्यालय से आंगनवाड़ी केंद्र स्वयं सहायता समूह द्वारा शीघ्रता से पोषाहार वितरण के संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी के सुझाव के संबंध में उपायुक्त राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ संयुक्त रूप से एक प्रस्ताव तैयार किया जाए। जिससे समूह द्वारा विलंब से पोषाहार के ढलान के लिए एक रणनीति तैयार कराकर शत प्रशित समय से ढुलाई की व्यवस्था हो सके। गत माह में अल्प वजन जन्मे बच्चों के घरों में अनिवार्य रूप से गृह भ्रमण कार्यकत्री द्वारा किया जाए एवं इन बच्चों के सूची तैयार कर इनके वृद्धि अनुश्रवण प्रगति की निगरानी बाल बाल विकास योजना अधिकारी सेविका तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अनिवार्य रूप से किया जाए।
बैठक के दौरान बताया गया कि बीएलओ के रूप में लगाई गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में कार्य किए जाने तथा राज्य सरकार व निदेशक महोदय के निर्देशानुसार आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन करते हुए स्कूल पूर्व शिक्षा तथा पोषण ट्रैकर में नियमित रूप से कार्य किए जाने के महत्व पर जोर दिया गया। सीडीओ द्वारा निर्देशित किया गया कि पोषणजंपामत जो भारत सरकार का ऐप है। इसमें नियमित रूप से कार्य किया जाए। तभी अभिप्रेरणा भत्ते का भुगतान किया जा सकेगा। इसके लिए 500 रुपये प्रति आंगनबाड़ी कार्यकर्ती तथा 200 रुपये प्रति सहायिका प्रोत्साहन राशि अनुमन्य है।
गोरखपुर में 9 आंगनवाडी वर्करो की सेवा समाप्त
गोरखपुर जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमंत कुमार सिंह ने लगातार अनुपस्थित चल रहीं नौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के अनुमोदन के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से यह कार्रवाई की गई है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना कैंपियरगंज की आंगनबाड़ी केंद्र कल्याणपुर की कार्यकर्ता पुष्पा, सनगद केंद्र की सहायिका नम्रता देवी, आंगनबाड़ी केंद्र रामनगर केवटलिया की कार्यकर्ता मीना जायसवाल, आंगनबाड़ी केंद्र सोनौरा बुजुर्ग की सहायिका किरन देवी, आंगनबाड़ी केंद्र जवैनिहा की कार्यकर्ता रमीला देवी की सेवा समाप्त की गई है।
इसी तरह बाल विकास परियोजना बड़हलगंज में आंगनबाड़ी केंद्र महुलिया पोयल की कार्यकर्ता शालिनी दुबे, आंगनबाड़ी केंद्र कोल्हुआ की कार्यकर्ता विट्टन तिवारी, आंगनबाड़ी केंद्र बसावनपुर की सहायिका उर्मिला देवी एवं आंगनबाड़ी केंद्र बुढ़नपुरा की सहायिका राधा देवी की सेवा समाप्त की गई है। हेमंत कुमार ला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त करने के बाद रिक्त हुए पद पर नई नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को समय से केंद्र पर उपस्थित होकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा। सभी को मिल कर जिले को कुपोषण मुक्त बनाना है। बाल विकास परियोजना कैंपियरगंज एवं बड़हलगंज में कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका पिछले कई वर्षों से लगातार अनुपस्थित चल रही थीं। कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने के कारण नोटिस देकर उनका पक्ष मांगा गया। अधिकतर कार्यकर्ता या सहायिका की ओर से पक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया। जिनकी ओर से अपना पक्ष रखा गया उनके साक्ष्य अपूर्ण व् आधारहीन थे
ए एन एम भर्ती की कवायद शुरू
लखनऊ महिलाओं को सरकारी नौकरी का तोहफा देने के लिए योगी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले सहायक सहायक नर्सेस एंड मिडवाइब्स (एएनएम) भर्ती का रास्ता खोल दिया है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने महानिदेशक परिवार कल्याण के
नियंत्रण वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9,212 पदों की भर्ती से संबंधित कार्यवाही शुरू कर दी है। आयोग की उप सचिव प्रियंका सिंह ने मंगलवार को बताया कि भर्ती से संबंधित परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम को शासन ने मंजूरी दे दी है। प्रियंका ने बताया कि इस भर्ती में पीईटी में शामिल रहे वे अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे, जो इस पद के लिए तय अहर्ता रखते हैं। पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। भर्ती के लिए दिशानिर्देश जल्द जारी करने की विज्ञापन, ऑनलाइन आवेदन संबंधी तैयारी है। इसी महीने से आवेदन कार्यक्रम व परीक्षा संबंधी विस्तृत प्रक्रिया शुरू करने की योजना है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 9212 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम जारी कर दिया है। परीक्षा में सवाल का गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग होगी। परीक्षा दो घंटे की होगी और कुल 100 प्रश्न के 100 अंक होंगे।
ए एन एम क्या होती है इसके कोर्स व अन्य जानकारी के लिए क्लिक करे
आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार की अध्यक्षता में बैठक में परीक्षा योजना और पाठ्यक्रम को मंजूरी दी गई। आयोग की उपसचिव प्रियंका सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके मुताबिक प्रारंभिक अर्हता परीक्षा-2021 में शामिल अभ्यर्थी ही इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पात्र होंगे। परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय दोनों होंगे। प्रत्येक प्रश्न का एक अंक होगा। लिखित परीक्षा के लिए निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था होगी। गलत उत्तर पर उस प्रश्न के पूर्णांक का 1/4 अर्थात 25 प्रतिशत अंक होंगे। आयोग की वेबसाइट http://upsssc.gov.in पर पूरा पाठ्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसे वेबसाइट पर जाकर देखा जा सकता है।
पीईटी में शामिल पात्र सफल महिला अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकेंगी भर्ती विज्ञापन जल्द, जारी होने की सम्भावना है तैयारी में जुटा अधीनस्थ सेवा आयोग द्वारा 100 सवाल पूछे जाएंगे, गलत जवाब पर कटेंगे अंक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के लिए 100 प्रश्नों की दो घंटे की लिखित परीक्षा होगी। प्रत्येक प्रश्न के एक अंक होंगे। प्रश्न वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। लिखित परीक्षा में माइनस मार्किंग होगी। प्रत्येक गलत उत्तर पर एक चौथाई अंक की कटौती होगी। परीक्षा के लिए अभ्यर्थी ने माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा शैक्षिक योग्यता या उसके समकक्ष कोई परीक्षा उत्तीर्ण की हो भारतीय परिचर्या परिषद के नियमों के अनुसार एक वर्ष छह माह/दो वर्ष का सहायक नर्सेज एंड मिडवाइब्स (एएनएम) प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (प्रसूति से संबंधित छह माह का प्रशिक्षण सहित) सफलतापूर्वक अवश्य पूर्ण कर लिया हो और यूपी नर्सेज एंड मिडवाइफ काउंसिल लखनऊ में विधिवत रजिस्टर्ड हों।