मध्य प्रदेश 31 जुलाई को हुई कैबिनेट की मीटिंग में सीएम मोहन यादव ने बड़े फैसले लिए हैं। सरकार ने प्रदेश की लाडली बहनों और आंगनवाड़ी वर्करोके लिए बड़ी घोषणा है।
सीएम मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश की 40 लाख लाडली बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा और आंगनबाड़ी वर्करो का बीमा कराया जाएगा।
मध्यप्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री, मिनी आंगनबाड़ी और सहायिका को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत कवर देने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार इस बीमा का प्रीमियम खुद भरेगी। इसके तहत प्रदेश की 97,300 आंगनबाड़ी वर्करो को दो लाख रुपए का बीमा कवर का लाभ मिलेगा मिलेगा।
मोहन यादव की सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मात्र 20 रु. के प्रीमियम पर बीमा कवर का लाभ देगी। बाकी का प्रीमियम सरकार द्वारा भरा जाएगा।
इस बीमा योजना के तहत जीवन ज्योति योजना में आंगनवाड़ी द्वारा 436 सालाना प्रीमियम पर 2 लाख का मृत्यु बीमा कवर मिलेगा। और जीवन सुरक्षा बीमा में आंगनवाड़ी द्वारा 20 रु. के प्रीमियम में मौत या स्थाई विकलांगता में 2 लाख, अस्थाई विकलांगता में 1 लाख का लाभ दिया जाएगा।
मोहन यादव ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 4473 स्कूलों में प्री प्राइमरी की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। जिसमे 4473 पदों पर आया की भर्ती की जाएगी। इन आया को आंगनबाड़ी की तरह सहायिका का पदनाम दिया जाएगा। इन स्कूलों में नर्सरी, केजी 1, केजी 2 की कक्षाएं संचालित की जाएगी।
प्री प्राइमरी स्कूल में बच्चों की देखभाल करना, कक्ष को व्यवस्थित रखना, शिक्षिका की अनुपस्थिति में या जरूरत पड़ने पर बच्चों को पढ़ाना ही इन सहायिकाओं का काम होगा। आया की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास निर्धारित की गई है।
मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ ने सरकार के समक्ष सहायिकाओं की भर्ती को लेकर मांग रखी है कि इस भर्ती मे आरक्षण की स्थिति स्पष्ट की जाए।
प्रांतीय प्रवक्ता ने कहा कि ये पद स्थाई श्रेणी के हैं इसलिए आउटसोर्स की बजाय नियमित भर्ती होना चाहिए। साथ ही इन पदो पर नियमानुसार आरक्षण होना चाहिए।