विभागीय फोन खराब होने पर निजी फोन से फीडिंग करे आंगनवाड़ी
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास विभाग ने वर्ष 2021 मे आंगनवाड़ी वर्करो के कार्यो को ऑनलाइन करने और अभिलेखो को कम करने के लिए 51 जिलो मे स्मार्ट फोन वितरण करने के सम्बंध मे आदेश जारी किया था इसके तहत आंगनवाड़ी कार्यकत्री को विभागीय स्मार्ट फोन दिया गया था।
लेकिन इस फोन मे बहुत सी खामिया थी जिसको लेकर आंगनवाड़ी वर्करो द्वारा विरोध करने पर इसको समय समय पर दूर किया गया। लेकिन वर्तमान समय मे अधिकांश फोन खराब हो चुके है। इसको लेकर सभी जिले की आंगनवाड़ी वर्करो द्वारा लगातार लिखित शिकायत जिला कार्यक्रम अधिकारी को दी जा रही है।
मथुरा जिले मे भी विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिए फोन अधिकतर खराब हो चुके है। लेकिन जिले के अधिकारी द्वारा ऑनलाइन कार्यो का दबाब बनाया जा रहा है। फोन खराब होने की स्थिति मे अधिकारियों से शिकायत की गयी है।
शुक्रवार को ब्लॉक सभागार में हुई बैठक में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने डीपीओ को फोन खराब होने की जानकारी से अवगत कराया है। आंगनवाड़ी वर्करो का कहना है कि मोबाइल खराब होने से विभागीय कार्य करने मे देरी और परेशानी हो रही है।
आंगनवाड़ी द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर डीपीओ ने कहा है कि फोन खराब होने पर आंगनवाड़ी निजी फोन से विभागीय कार्य को पूरा करे। विभाग द्वारा केवल डाटा रिचार्ज के लिए 200 रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा। इसके बाद भी फीडिंग पूरी न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
डीपीओ ने बैठक में अनुपस्थित 22 कार्यकत्रियों को नोटिस भी जारी किए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आंगनवाड़ी वर्करो को चेतावनी दी है कि अगर शासन योजनाओ मे कोई लापरवाही नहीं किया जाये साथ ही पोषण ट्रैकर एप पर फीडींग पूरा करने पर ही अतिरिक्त मानदेय मिलेगा।
डीपीओ ने सभी आंगनवाड़ी वर्करो को तीन दिन में पूरे माह की शत प्रतिशत फीडिंग पूरी करने की हियादायत दी है। इसके साथ साथ केंद्र पर पंजीकृत सभी लाभार्थियो का मोबाइल नंबर सत्यापित न करने पर पूरे महीने का मानदेय काटने को कहा है अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसकी सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी किया जाएगा।