किराए के भवनो से मिलेगा छुटकारा, आंगनवाड़ी के होंगे अपने भवन
आंगनवाड़ी न्यूज
उन्नाव जिले मे किराए पर और अन्य विभागो के भवनो मे चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रो को अपना भवन मिलेगा। इन भवनो मे चल रहे आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चो के लिए खुद के भवनो का निर्माण कराया जा रहा है। बाल विकास विभाग द्वारा जिले के अलग अलग क्षेत्रो मे 10.30 करोड़ की लागत से 87 आंगनवाड़ी भवनों का निर्माण कराएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश मिश्रा ने बताया कि जिले मे शासन द्वारा 87 नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए बजट जारी किया गया है। आंगनवाड़ी केन्द्रो का निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्थाओं को बाल विभाग विभाग द्वारा दिये जाने वाला अंशदान दिया जा चुका है। इसके तहत कई आंगनवाड़ी भवनो का निर्माण शुरू हो चुका है। बाकी अन्य विभाग पंचायती राज विभाग और मनरेगा का देना बाकी है।
वर्तमान समय मे जनपद में कुल 3352 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। जिसमे शहरी क्षेत्र में लगभग 156 केंद्र किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। जबकि 1980 आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय में संचालित किये जा रहे हैं। बाकी केंद्र अन्य विभागो के भवनो मे चलते है।
शासन द्वारा जिले मे 87 नए आंगनवाड़ी केंद्रों के भवनों का निर्माण करने के लिए बजट जारी किया है। नियमानुसार प्रत्येक केंद्र का 11.84 लाख का बजट निर्धारित किया गया है। जिसमे मनरेगा द्वारा आठ लाख, बाल विकास विभाग द्वारा दो लाख और ग्राम पंचायत द्वारा 1.84 लाख संयुक्त रूप से खर्च करेंगे।
इसमे 54 आंगनवाड़ी केंद्र ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और 33 आंगनवाड़ी केंद्र लोक निर्माण विभाग को बनाना है। शासन के निर्देश पर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बजट मिलने के बाद कई आंगनवाड़ी भवनो का निर्माण शुरू भी करा दिया गया है।
बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर तीन से छह साल तक के बच्चो को प्री-प्राइमरी शिक्षा दी जाती है। साथ ही गर्भवती व धात्री महिलाओ का टिकाकरण,कुपोषित बच्चो को राशन का वित्तरण किया जाता है।इसीलिए प्रदेश सरकार सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन उपलब्ध कराने की योजना को आगे बढ़ा रही है।
अवगत हो कि उत्तरप्रदेश शासन द्वारा हर आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए लगभग 12 लाख रुपये का खर्च निर्धारित किया गया है। जिसमे तीन विभागो का अंशदान दिया जाता है।
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