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ECCE के अंतर्गत आंगनवाडी वर्करो के प्रशिक्षण का बजट जारी ,रिफाइण्ड सोयाबीन तेल खुले आम बिक रहा विभाग बेखबर

आंगनवाडी न्यूज़

संत कबीरनगर के नाथनगर में किराना दुकान से पुष्टाहार विभाग का लाभार्थियों को दिए जाने वाला रिफाइण्ड सोयाबीन तेल खुलेआम बिक्री होने का एक वीडियो वायरल हो गया है। विडियो की सुचना पर इसकी बाल विकास पुष्टाहार विभाग में हड़कम्प मच गया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गुरुवार को एक वीडियो वायरल हुआ। लोग एक दूसरे को उक्त वीडियो क्लिप भेजकर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की करतूत के बारे में अवगत करा रहे थे।

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एक मिनट चौतीस सेकेंड की वीडियो क्लिप में महुली कस्बा निवासी दो बहनें हाथ में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा निशुल्क वितरित होने वाले रिफाइण्ड सोयाबीन तेल का पैकेट थामे दक्षिण चौराहे स्थित किराना दुकानदार के पास पहुंचती हैं। और कहती है कि उन्हें फ्री में मिलने वाला रिफाइण्ड सोयाबीन तेल को 65 रुपया में क्यों बेचा जा रहा है ।इस सवाल पर दुकानदार आनाकानी करने लगा। उसके बाद दुकानदार तेल को वापस लेकर दूसरी बोरी से तेल के पैकेट बदल कर देता है चूँकि इस वायरल वीडियो में यह भी स्पष्ट दिखाई दे रहा कि वापसी पैकेट को अलग एक बोरे में रखकर दूसरी जगह से पैकेट बदलकर दे रहा है। इन सगी बहनों ने बताया कि पैकेट पर बकायदा तेल की पैकेट पर सरकारी विभाग के लोगो के साथ नि:शुल्क वितरण भी अंकित है। वीडियो देखने के बाद बाजार से लेकर विभाग में खबर आग की तरह फ़ैल रही है

अवगत है कि रिफाइण्ड तेल को धात्री, गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क वितरण कराने का निर्देश है।लेकिन अभी तक दुकानदार को बेचने के लिए किसके द्वारा उपलब्ध कराया गया है इसकी जानकारी नही मिल सकी है सुचना मिलने पर विभाग का कहना है कि जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में प्रभारी सीडीपीओ विद्या रानी पाल का कहना है कि कार्यालय से उठान कराने की जिम्मेदारी महिला समूह की होती है। इसके बाद वह आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के माध्यम से नि:शुल्क वितरण कराती हैं। इस सम्बंध में उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के माध्यम से जानकारी मिली है। किसी ने लिखित शिकायत नहीं की है। मामला गंभीर है। वह अपने स्तर से इसकी जांच कराएंगी। और आरोप साबित होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी

चोरी किये गये पुष्टाहार के चोरो को पुलिस ने पकड़ा

आजमगढ़ के देवगांव थाना पुलिस ने क्षेत्र के पल्हना ब्लाक स्टोर से चोरी आंगनवाडी केन्द्रों पर निशुल्क वितरण किये जाने वाला पुष्टाहार के साथ तीन चोरों को बुधवार की रात मडैया मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। इनका एक साथी पुलिस को झांसा देकर भाग निकलने में सफल हो गया। पुलिस इसकी तलाश में जुट गई है।

उप निरीक्षक योगेन्द्र प्रसाद सिंह को गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि पुष्टाहार के सामान के चार लोग तीन बाइक से आ रहे है। सुचना मिलते ही पुलिस मडैया मोड़ पर वाहन चेकिंग करने लगी। चेकिंग के दौरान तीन लोग बाइकों आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लहुआं खुर्द मडैया निवासी संदीप,भोजपुर निवासी अशोक राजभर व संतोष राजभर को गिरफ्तार कर लिया। इनका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग निकला। पुलिस इसकी तलाश में जुट गयी है प्ल्हना ब्लोक के स्टोर से चोरी किया पुष्टाहार बरामद किया गया है

दिव्यांग बच्चों की पहचान करने में लगी आंगनवाडी वर्कर

कन्नौज के गुरसहायगंज में कोविड टीकाकरण को लेकर बाल विकास विभाग ने भी सख्ती शुरू कर दी है। चूँकि आंगनबाड़ी वर्करों की टीकाकरण में कोई खास भूमिका नहीं है, लेकिन आंगनवाडी को भी सहयोग के लिए लगाया गया है। जिसके कारण एक आंगनबाड़ी को टीका कैम्प से मौजूद न होने के कारण सीडीपीओ ने स्पष्टीकरण जारी किया है।

सीडीपीओ तालग्राम पूजा सिंह ने कहा है कि डीएम के निर्देशानुसार कोविड टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण कार्य में आंगनबाड़ी वर्करों की सहयोग में ड्यूटी लगाई गई है।

जिन गांव में टीकाकरण कैंप आयोजित हो रहे हैं। वहां आंगनबाड़ी को सहयोग करना है। इसके अलावा 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का सर्वे भी करना है। जिसमें जिन बच्चों के टीका नहीं लगा है। उनको टीका लगवाने के लिए प्रेरित करके टीकाकरण कराना है। उन्होंने बताया कि शत प्रतिशत टीकाकरण अनिवार्य है। बताया कि 13 जनवरी 2022 को लक्ष्मण पुरवा में टीकाकरण कैम्प में आंगनवाड़ी वर्कर मीरा देवी अनुपस्थिति थी। इस कारण उन्हें नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। और स्पष्टीकरण न देने पर कार्रवाई की जाएगी।

ECCE के अंतर्गत आंगनवाडी वर्करो के प्रशिक्षण का बजट जारी

बिजनौर में सर्वशिक्षा अभियान के समेकित शिक्षा डीसी लियाकत अली ने बताया कि वह प्रयागराज में तीन दिन का प्रशिक्षण ले चुके हैं।अब जिले की सभी आंगनबाड़ियों का ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके लिए ढ़ाई लाख का बजट भी आ गया है।और वह डीसी समेकित शिक्षा प्रयागराज में प्रशिक्षण ले चुकें हैं

डीपीओ नागेन्द्र मिश्रा ने बताया कि सर्वशिक्षा अभियान के लिए डिस्ट्रिक्ट कोऑडिनेटर समेकित शिक्षा प्रशिक्षण ले चुके हैं। और इसके लिए आवश्यक बजट भी शासन से आ गया है। अब जिले में इस पहल पर जल्द ही काम शुरू होगा। सर्वप्रथम ब्लाकों पर मास्टर ट्रेनर आंगनबाड़ी को प्रशिक्षण देने को तैयार किये जायेंगे

बीएसए जयकरन यादव ने कहा है कि आंगनबाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए हर ब्लाक पर तीन मास्टर ट्रेनर तैयार होंगे। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। प्रयागराज में स्पेशल एजुकेटर रंजीत यादव भी प्रशिक्षण लेकर आए हैं।

दिव्यांग बच्चो की पहचान करने में आंगनवाडी

शासन के निर्देसनुसार जिले में बच्चों की दिव्यांगता पूरी तरह खत्म करने के लिए शासन के आदेश पर अब गांवों में 6 वर्ष से कम उम्र के दिव्यांग बच्चों की पहचान होगी।इस कार्य का जिम्मा जिले की आंगनबाड़ियों को दिया गया है। बच्चों को दिव्यांगता से बचाने के लिए गांव गांव अभियान चलाया जाएगा। 2724 आंगनबाड़ी दिव्यांग बच्चों की पहचान कर डीपीओ कार्यालय के अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को देंगी सूचना, ताकि समय से दिव्यांग बच्चों को उपचार कर उन्हें दिव्यांग होने से बचाया जा सकें।जिले के गांवों में आंगनबाड़ी वर्करो की दिव्यांग बच्चों की पहचान करने में ड्यूटी लगाई गयी है छह साल से कम उम्र के बच्चों में दिव्यांगता की पहचान कर डीपीओ और बीएसए कार्यालय के अधिकारियों को सूची बनाकर अवगत करांएगी, जिससे बच्चों में दिव्यांगता का प्रतिशत बढ़ने से पहले ही उपचार मिल जाए। दिव्यांग बच्चों की पहचान करने में जिले की 2724 आंगनबाड़ी की ड्यूटी लगायी गयी हैजिले में 3236 आंगनबाड़ी केन्द्रों में 2724 केन्द्र संचालित है। इन आंगनवाडी केन्द्रों पर 2724 आंगनबाड़ी कार्यरत है।अगर 6 साल से कम उम्र के बच्चों में अगर दिव्यांगता नजर आएंगी तो गांवों में आंगबाड़ी ऐसे बच्चों को चिन्हित कर सम्बंधित को इसकी सूचना देंगी।

Aanganwadi Uttarpradesh

आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश एक गैर सरकारी न्यूज वेबसाइट हैं जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों की गतिविधियों ,सेवाओ एवं निदेशालय द्वारा जारी आदेश की सूचना प्रदान करना है यह एक गैर सरकारी वेबसाइट है और आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश द्वारा डाली गई सूचना एवं न्यूज़ विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों पर निर्भर होती है वेबसाइट पर डाली गई सूचना के लिए कई लोगो द्वारा गठित टीम कार्य करती है

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