प्री प्राईमरी में शिक्षण कार्य आंगनवाडी को देने से शिक्षको में नाराजगी ,मंत्री आवास पर करेंगे प्रदर्शन
हरियाणा के जींद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का मूर्ति धमतान की अध्यक्षता में धरना मंगलवार को 41वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने बताया कि आज कार्यकर्ता विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा के आवास पर विरोध प्रदर्शन करेंगी।
आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की सचिव सुमन ने कहा कि हरियाणा सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। सरकार उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रही। इसलिए बुधवार को वह नेहरू पार्क में एकत्रित होंगी और यहां से जींद के विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा के आवास पर विरोध प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि इतनी भारी सर्दी में प्रदेश की हजारों महिला कर्मी सड़क पर बैठी हैं और सरकार मौन है। छह साल के बच्चों व गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए पोषण व स्वास्थ्य की देखभाल आईसीडीएस विभाग के तहत वे ही करती हैं। सभी उक्त सेवाएं प्रभावित हैं, लेकिन सरकार को इसकी भी कोई चिंता नहीं है। एक तरफ सरकार ने कोरोना के चलते स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश दे रखे हैं वहीं स्कूल स्टाफ को भी आधी संख्या में बुलाया जा रहा है
हड़ताल में शामिल आंगनवाड़ी वर्करों को नही मिलेगा मानदेय वृद्धि का लाभ
प्रशिक्षण देना है तो पहले मांगो का समाधान करे
एक तरफ जिलो में आंगनवाडी वर्कर मांगो को लेकर धरने पर है वन्ही दूसरी ओर प्ले स्कूलों की ट्रेनिंग शुरू की जा रही है ये राज्य में जारी आंगनबाड़ी कर्मियों की हड़ताल को कमजोर करने की साजिश है। और इस साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में संयुक्त तालमेल कमेटी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं आठ दिसंबर से हड़ताल पर हैं। भाजपा सरकार 41 दिन से जारी इस हड़ताल की प्रमुख मांगों का समाधान नहीं कर रही है। जब सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स को नोटिस देकर नौकरी से हटाने के तमाम हथकंडे अपना चुकी है और इनमे आंदोलनकारियों को डराने में विफल हो चुकी है तो अब वह साजिश कर प्ले स्कूलों की ट्रेनिंग के नाम पर सभी वर्कर्स और हेल्पर्स की ट्रेनिंग कर रही है।
कैथल में भी आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन ने मांगों को लेकर राजबाला जाखौली की अध्यक्षता में 41वें दिन भी धरना दिया। मंच का संचालन सरोज व धरने को संबोधित करते हुए जिला सचिव नीतू ने कहा कि चाहे सरकार कितने भी हथकंडे क्यों न अपना ले, वर्कर आंदोलन को कमजोर नहीं होने देंगे। जब तक उनकी मांगों पर नोटिफिकेशन नहीं मिल जाता, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को विधायक व मंत्रियों का घेराव किया जाएगा। उनकी ऑल इंडिया फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष उषा रानी पंजाब से आ रही है और 19 जनवरी से 25 जनवरी तक की हड़ताल में सभी यूनियनों के कर्मचारी उनके बीच समर्थन में आएंगे।
मांगों को लेकर आंगनबाड़ी मदर ग्रुप की सदस्यों ने सोमवार को जवाहर पार्क में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद पिहोवा चौक पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यहां से वे लघु सचिवालय पहुंची। जहां तहसीलदार सुदेश मेहरा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।यूनियन की राज्य महासचिव शकुंतला ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी के बीच सभी शिक्षण संस्थानों को बंद किया है। दूसरी तरफ आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर को प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है। वे इस प्रशिक्षण शिविरों का बहिष्कार करती हैं। यदि सरकार को प्रशिक्षण देना है तो पहले उनकी मांगों का समाधान करें ।जब तक मांगों का समाधान नहीं होता उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
एक अप्रैल से नए सत्र में प्ले-वे स्कूलों की होगीशुरुआत
नई शिक्षा नीति में पहली और दूसरी कक्षा की पढ़ाई का जिम्मा आंगनबाड़ी वर्करों को सौंपा गया है जिसके लिए हरियाणा सरकार ने इसका रूपरेखा तैयार कर ली है। आंगनबाड़ी वर्कर अब सिर्फ गर्भवती महिलाओं व नौनिहालों को पौष्टिक भोजन परोसने तक सीमित नहीं रहेंगी। बल्कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों को अक्षर ज्ञान सिखाएंगी। शिक्षा विभाग की ओर से आंगनबाड़ी वर्करों को शिक्षक के तौर पर प्रशिक्षित करने की कवायद भी शुरू कर दी है। प्रदेश भर में चार हजार आंगनबाड़ी वर्करों को 10 दिवसीय प्री प्राईमरी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए चार हजार आंगनबाड़ियों को प्ले-वे स्कूल के तौर पर अपग्रेड किया जाएगा। 10 दिवसीय प्रशिक्षण 17 जनवरी से 28 जनवरी तक चलेगा। एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए सत्र में प्ले-वे स्कूलों की शुरुआत हो जाएगी। फिलहाल कोरोना के चलते आंगनबाड़ी बंद हैं, जिन्हें प्ले-वे स्कूलों के हिसाब से विकसित किया जा रहा है और प्री-स्कूल शिक्षा के साथ आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्पर को जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में मंडल स्तर पर सभी आंगनबाड़ी व हेल्पर को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान यह भी सुझाव मांगे जाएंगे कि आंगनबाड़ी भवन में क्या-क्या नए बदलाव किए जा सकते हैं, उन सब सुझावों पर खंड शिक्षा अधिकारी काम भी करेंगे। सभी आंगनबाड़ी वर्कर को ट्रेनिंग किट भी दी जाएगी, जिसमें वार्षिक डायरी, रिपोर्ट कार्ड, स्टोरी बुक तथा स्कूल रिडनेस बुकलेट को शामिल किया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर पर सीडीपीओ व डीपीओ निगरानी रखेंगी। हर रोज प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वाली आंगनबाड़ी वर्करों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में हर रोज पांच सत्र निर्धारित किए गए हैं।
प्री प्राईमरी में आंगनवाडी के आने से शिक्षको में नाराजगी ,मंत्री आवास पर करेंगे प्रदर्शन
गुरुग्राम केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक और कक्षा दो पढ़ाने का जिम्मा आंगनबाड़ी और एनजीओ को देने का निर्णय के विरोध में शिक्षको ने विरोध जताया है। सोमवार को हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर फेडरेशन आफ इंडिया के जुड़े शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति के नाम पर इसे साजिश करार देते हुए इसका विरोध किया और कहा कि इस नीति के खिलाफ 30 जनवरी को शिक्षा मंत्री के आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। अध्यापक संघ के राज्य उपप्रधान सत्यनारायण यादव ने कहा कि राज्य सरकार नई शिक्षा नीति की आड़ में सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा न देकर पहली और दूसरी कक्षाओं को आंगनबाड़ियों और एनजीओ को देकर निजीकरण कर रही है। सत्यनारायण यादव ने कहा कि शिक्षण कोई साधारण कार्य नहीं है। और इसे कभी बर्दाश्त नही किया जा सकता इसीलिए शिक्षा विभाग में कार्यरत अध्यापकों के अन्य संगठनों के साथ मिलकर इसका विरोध करेंगे।