आय से अधिक संपत्ति के मामले मे डीपीओ के खिलाफ जांच शुरू
आंगनवाड़ी न्यूज
बलिया जिले मे बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण मुरारी पाण्डेय को उप लोकायुक्त ने नोटिस जारी कर उनकी आय-व्यय का ब्योरा मांगा है साथ ही उनके खिलाफ आई भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों पर शपथ पत्र देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। उप लोकायुक्त ने डीपीओ से उनकी कुल आय और व्यय का विस्तृत ब्योरा आगामी 28 जून तक मांगा है।
देवरिया के गौरव नाथ त्रिपाठी और प्रयागराज निवासी जितेंद्र प्रताप सिंह ने भी कृष्ण मुरारी पांडेय पर भ्रष्टाचार के जरिए करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति अर्जित किये जाने की शिकायत की है। शिकायत कर्ता द्वारा लोकायुक्त को भेजी अपनी शिकायत में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभाग मे पदोन्नति लेने का आरोप भी लगाया है। साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई, ईडी से कराने की मांग की है।
गौरव नाथ त्रिपाठी के परिवाद पर जारी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि डीपीओ दो वर्षों से ज्यादा समय से बलिया में तैनात हैं। इससे पहले वह महराजगंज जिले में तैनात थे। वहा पर भ्रष्टाचार निरोधक लेख संगठन द्वारा डीपीओ को घूस लेते पकड़ा गया था। जिसमे डीपीओ को छह महीने तक कारागार गोरखपुर की जेल मे बंद रहना पड़ा था।
बलरामपुर जिले में डीपीओ कृष्ण मुरारी पाण्डेय की तैनाती के दौरान भी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया था। जिसके कारण तत्कालीन जिलाधिकारी ने उनका वित्तीय अधिकार छीन लिया था। परिवादी गौरव नाथ त्रिपाठी ने डीपीओ के पास देवरिया व गोरखपुर में आलीशान मकान होने और लखनऊ में भी संपत्तियां होने का आरोप लगाया है।
बलिया के जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण मुरारी पांडेय पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप की जांच लोकायुक्त ने शुरू कर दी है। उप लोकायुक्त ने आरोपी डीपीओ को नोटिस के साथ आय से अधिक सम्पत्ति संबंधित प्रोफार्मा भेजते हुए आय-व्यय का समुचित गणना चार्ट और परिवादी गौरव नाथ त्रिपाठी द्वारा लगाए गए आरोपों पर शपथ पत्र पर अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।