राशन बेचने वाली आंगनवाड़ी से होगी रिकवरी,सेवा भी होगी समाप्त
आंगनवाड़ी न्यूज़
मुजफ्फरनगर खतौली के छछरपुर गांव में संचालित किये जा रहे आंगनबाडी केन्द्र पर लाभार्थियो को मिलने वाले राशन के भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। ग्रामीणो द्वारा राशन न मिलने की शिकायत की गयी थी। शिकायत के आधार पर स्थानीय क्षेत्र के सीडीपीओ द्वारा इस मामले की जांच की गई है।
इस जांच को सही पाया गया है अब इस मामले में आंगनबाडी केन्द्र पर कार्यरत कार्यकत्री रानी देवी का मानदेय पर रोक लगा दी गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार द्वारा स्वयं जांच की जा रही है। एक सप्ताह के अंदर जांच पूरी करते हुए कार्यकत्री के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।
जांच पूर्ण होने तक आंगनवाड़ी के मानदेय पर रोक लगाई गई है। जबकि इस मामले में आंगनवाड़ी रानी देवी को भी अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। जांच सही पाये जाने पर आंगनबाडी कार्यकत्री रानी देवी से राशन की रिकवरी और सेवा समाप्त की जाएगी। विभाग का कहना है कि आंगनवाड़ी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी जिससे कोई आंगनवाडी कार्यकत्री भ्रष्टाचार ना कर सके।
अवगत हो कि खतोली क्षेत्र के छछरपुर गांव की आंगनवाडी कार्यकत्री का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस विडियो मे आंगनवाड़ी कार्यकत्री तांगे वाले को राशन बेचते नजर आ रही थी इस विडियो में महिलाओं द्वारा राशन बेचने का विरोध करने पर कार्यकत्री ने उनके साथ अभद्रता भी की थी।
ग्रामीणो का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा हर महीने केन्द्रो पर मिलने वाला राशन को बेच देती है। पिछले हफ्ते आंगनवाड़ी द्वारा राशन से भरी चार बोरी तांगे वाले को दी गयी थी। ग्रामीणो द्वारा पोषाहार को बेचने की शिकायत पर परियोजना अधिकारी जांच करने गांव में पहुंचे। सीडीपीओ ने गांव की महिलाओं से इस बारे मे पूछा तो सभी महिलाओं ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री को राशन बेचने का दोषी बताया।
गाँव की महिलाओ का कहना है कि आंगनवाड़ी द्वारा कई महीनों से बच्चों को राशन नहीं दिया जा रहा है। शासन द्वारा मिलने वाले राशन को आंगनवाड़ी हर महीने तांगे वाले को बुलाकर चुपचाप बेच देती है। गाँव की सैकडों महिलाओं ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री के विरोध में सीडीपीओ को बयान दर्ज कराए हैं। इस बारे मे जब सीडीपीओ ने आंगनवाडी कार्यकत्री से जवाब मांगा तो रानी देवी कोई संतोषजनक जबाब नहीं दे पाई।