आंगनवाड़ी को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का कड़वा सत्य
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में मानदेय पर कार्यरत आंगनवाड़ी वर्करो को बहुत ही कम मानदेय दिया जाता है केंद्र सरकार द्वारा लगभग 1975 से चलाई जा रही इस योजना में आंगनवाड़ी वर्करो को अंशकालिक कर्मी का दर्जा दिया जाता है यही वर्कर गर्भवती महिला से लेकर 6 वर्ष तक कर बच्चो के शिक्षा से स्वास्थ्य तक का जिम्मा संभालती है लेकिन आज 2023 तक भी इन वर्करो की बदहाल है जिसके लिए कोई भी सरकार गंभीर नही है
वर्ष 2018 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय मे 1500 रुपए की बढ़ोत्तरी किया गया था इस मानदेय की बढ़ोत्तरी के साथ साथ प्रोत्साहन राशि की योजना की भी शुरुआत की गई थी इस योजना का मकसद आंगनवाड़ी के कार्यो के प्रति रुचि को बढ़ाना था जिससे आंगनवाड़ी वर्कर ज्यादा से ज्यादा कार्य करे इसके लिए प्रति आंगनवाड़ी को केंद्र सरकार की तरफ से सभी राज्यो की आंगनवाड़ी कार्यकत्री को हर माह 500 रुपए दिए जाने थे साथ ही मिनी आंगनवाड़ी और सहायिका को भी इस योजना से लाभान्वित किया जाना था इसके लिए अलग अलग श्रेणी में प्रोत्साहन राशि तय की गई थी इसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव मनोज कुमार की तरफ से सितंबर 2018 में शासनादेश जारी किया गया था
2018 में केंद्र सरकार द्वारा जारी शासनादेश देखने के लिए क्लिक करे
केंद्र सरकार के इस आदेश के जारी होने के छः माह बाद मार्च 2019 में उत्तरप्रदेश की प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग द्वारा आनगंवाडो वर्करो के प्रोत्साहन राशि के सम्बंध में शासनादेश जारी किया गया जिसमें आनगंवाडो वर्करो को प्रोत्साहन राशि देने के लिए नियम शर्तो तय की गई थी इस शासनादेश के अनुसार जो आंगनवाड़ी कार्यकत्री माह में कम से कम 25 दिन आंगनवाड़ी केंद्र संचालित करती है साथ ही केंद्र पर सभी लाभार्थियों की सूची का सही रिकॉर्ड होगा जिस आंगनवाड़ी कार्यकत्री के लाभार्थियों के आधार कार्ड की सीडिंग 95 प्रतिशत होगी उसको 800 रुपए दिये जायेंगे साथ ही 0 से 3 वर्ष तक के बच्चो का पुष्टाहार वितरण के समय नियमित वजन किया जाएगा आनगंवाडो केंद्रों पर हर माह होने वाले बचपन दिवस पर बच्चे की लंबाई व ऊंचाई की माप हो इसमे कुपोषित बच्चो को सुपोषित में लाने पर भी जोर दिया गया था उन आंगनवाड़ी वर्करो को यह प्रोत्साहन राशि तय की गई थी
मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग का शासनादेश देखने के लिए क्लिक करे
हालांकि उत्तरप्रदेश में इन आंगनवाड़ी वर्करो केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार के आदेश को जारी होने के बाद भी कोई राशि का लाभ नही मिला 2018 से 2021 तक आंगनवाडी सिर्फ आश्वासन पर लगातार कार्य करती रही और ये आदेश सिर्फ एक कागज का टुकड़ा बन कर रह गए
वर्ष 2021 में नई मुख्य सचिव वी हेकाली झिमोमी द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो को प्रोत्साहन राशि दिए जाने के सम्बंध में नया आदेश जारी किया इस शासनादेश के अनुसार निम्म कार्यो का संपादन करने वाली आंगनवाड़ी को 1500 रुपए दिए जाएंगे
- आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा सभी पंजीकृत लाभार्थियों को शत प्रतिशत पुष्टाहार का वितरण किया जाएगा इसके लिए कार्यकत्री को 500 रुपए दिए जाएंगे
- आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत सभी लाभार्थियों को पोषण ट्रेकर के सभी क्षेत्रों का प्रत्येक माह शत प्रतिशत फीडिंग कार्य पूर्ण करना होगा इसके लिए कार्यकत्री को एक हजार रुपए दिए जाने थे प्रोत्साहन राशि दिए जाने के सम्बंध में समय को बदल दिया गया था अब यह राशि को एक सितंबर 2021 से लागू किया गया था
मुख्य सचिव वी हेकाली झिमोमी द्वारा जारी आदेश देखने के लिए क्लिक करे
मुख्य सचिव के इस आदेश को जारी होने के एक हफ्ते बाद बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग निदेशालय द्वारा इन्ही शर्तो पर एक आदेश जारी कर दिया जाता है इस आदेश में मुख्य सचिव द्वारा जारी आंगनवाड़ी वर्करो को प्रोत्साहन राशि दिए जाने के संबंध में नियम शर्तो की पुष्टि की जाती है जिसमे आंगनवाड़ी कार्यकत्री को 1500 रूपए ,मिनी आंगनवाड़ी को 1250 रुपए और सहायिका को 750 रुपए निर्धारित किये गए थे
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग निदेशालय द्वारा जारी आदेश देखने के लिए क्लिक करे
चूंकि यह समय पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में आ चुका है इसीलिए स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ बाल विकास विभाग के कर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ा दी गयी थी इसमे आंगनवाड़ी वर्करो को भी अहम जिम्मेदारी दी गयी जिसमे घर घर मरीजो का सर्वे से लेकर संक्रमित मरीजो की निगरानी का जिम्मा भी इन्ही आंगनवाड़ी वर्करो का था साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को नियमित पोषाहार वितरण भी किया जाना था इसीलिए नवंबर 2021 में शासन की विशेष सचिव गरिमा यादव द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो को प्रोत्साहन राशि दिए जाने के संबंध में एक नया आदेश जारी किया जाता है जिसमे इन वर्करो को इस राशि के मापदंड और समय को निर्धारित किया जाता है इस आदेश कर अनुसार आंगनवाड़ी वर्करो को 1 अप्रैल 2021 से 31 अक्टूबर 2021 के बीच का समय के लिए प्रोत्साहन राशि के मापदंड इस प्रकार तय किये जाते है
- आंगनवाड़ी वर्करो को पोषण ट्रेकर एप को डाऊनलोड करते हुए आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत सभी लाभार्थियों का डाटा अपलोड करना होगा
- केंद्रों के लाभार्थियों को घर घर जाकर टेक होम राशन का वितरण किया जाएगा
ध्यान रहे कि इस समय के बीच आंगनवाड़ी द्वारा किये गए कार्य का आंकलन सुपरवाइजर और सीडीपीओ द्वारा किया जायेगा इन्ही की प्रमाणित रिपोर्ट के आधार पर आंगनवाड़ी वर्करो को प्रोत्साहन राशि देय होगी
विशेष सचिव गरिमा यादव द्वारा जारी आदेश देखने के लिए क्लिक करे
देखा जाये तो उत्तरप्रदेश की आंगनवाड़ी वर्करो को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समय के अनुसार प्रोत्साहन राशि दी जा रही है लेकिन क्रेंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि कब तक मिलेगी या मिलेगी भी नही इसके बारे में कुछ भी कहना संभव नही है
राज्य सरकार द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो को 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 के बीच आंगनवाड़ी वर्करो को कोरोना महामारी में दिए गए अविश्वसनीय योगदान के लिए प्रोत्साहन राशि दिए जाने के लिए शासनादेश जारी किया गया था यह शासनादेश संयुक्त सचिव महावीर प्रसाद गौतम ने जनवरी 2022 में जारी किया था
संयुक्त सचिव महावीर प्रसाद गौतम द्वारा जारी आदेश देखने के लिए क्लिक करे
विशेष सचिव द्वारा 1 नवंबर 2021 से आंगनवाड़ी वर्करो को इन दिशा निर्देशों का पालन करने पर ही प्रोत्साहन राशि देय होगी सभी
आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत 0 से 6 वर्ष तक के बच्चो का 80% वजन लिया गया हो
आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत गर्भवती, धात्री और 2 वर्ष तक कर बच्चो का होम विजिट किया गया हो
इन मापदंडों को पूरा करने पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री को प्रति माह 500 रुपए की राशि देय होगी