आजकल लोगो में धैर्य रखने की सीमा खत्म हो चुकी है छोटी छोटी बातो को लेकर उग्र हो जाते है जिससे हिंसा बढ़ने की संभावना ज्यादा होती जा रही है।
ऐसा ही एक मामला जनपद मेरठ के सरधना क्षेत्र में हुआ है। जिसमे बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी वर्कर और स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर के बीच मोबाइल को लेकर मारा पीटी हो गई।
शुक्रवार को सुबह जिले मे सरधना क्षेत्र के खिर्वा गांव मे स्थित पंचायत घर में आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्री के बीच मोबाइल चोरी को लेकर आपस में जमकर लात घूसे तथा एक दूसरे पर चप्पल भी चलायी गयी। इसके बाद दोनों पक्षों ने स्थानीय थाने जाकर एक-दूसरे के खिलाफ कार्यवाही करने के संबंध मे पुलिस को तहरीर भी दी है।
इस मामले मे कहना है कि खिर्वा गांव मे संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकत्री बेबी का कुछ दिन पहले मोबाइल चोरी हो गया था। आंगनवाड़ी ने मोबाइल को लेकर सभी जगह इस बात को उठाया था लेकिन मोबाइल नहीं मिला।
गुरुवार को गाँव के पंचायत भवन में आशा और आंगनबाड़ी वर्करो की बैठक बुलाई गयी थी जिसमें गांव की आशा बबीता भी आई थी। आंगनवाड़ी बेबी को अपने मोबाइल चोरी होने मे आशा बबीता पर शक था जिसको लेकर इस मीटिंग मे बेबी ने बबीता पर मोबाइल चोरी करने का आरोप लगा दिया।
चोरी का आरोप लाग्ने पर बेबी और बबीता मे कहासुनी शुरू हो गयी। धीरे धीरे बात बढ्ने से शुरू होने से मारपीट तक नोबत आ गयी। आशा वर्कर बबीता ने आरोप लगाया है कि आंगनवाड़ी बेबी ने उसके साथ मारपीट की शुरूवात की थी और उस पर चप्पल से मारना शुरू कर दिया। इसके बाद उसके गले में पड़ी मोती की माला से उसका गला घोंटने का प्रयास भी किया था।
जब बात ज्यादा बढ्ने लगी तो वहा पर मीटिंग मे आई अन्य आशाओं ने बबीता की हालत देखते हुए उसकी जान बचाई। उसके बाद वहा लोगो ने दोनों का मामला शांत कराया। लेकिन इसके बाद भी ये दोनों स्थानीय थाने पहुंच गईं। और तहरीर देते हुए पुलिस से एक दूसरे पर कार्यवाही करने की मांग की है।