आंगनवाडी या प्री प्राईमरी के बाद ही होगा कक्षा 1 में एडमिशन
आंगनवाडी न्यूज़
फिरोजाबाद जिले में कुपोषित बच्चों को सुपोषित की श्रेणी में लाने के लिए अगस्त में चार सप्ताह का विशेष अभियान चलेगा। इस अभियान में आंगनबाड़ी वर्कर और आशा कार्यकर्ता बच्चो को स्वास्थ रहने के गुर सीखाने के लिए कुपोषित बच्चों के परिवारों को समझाने के लिए घर-घर जाकर समझाएंगी और साथ ही कुपोषित बच्चों को ऊपरी आहार के रूप में क्या खिलाना चाहिए, इसके बारे में भी जानकारी देंगी बच्चों को किस उम्र में कौन सा भोजन देना चाहिए एवं इसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए। किस-किस तरह का भोजन देना चाहिए। वहीं बीमार बच्चों के भोजन की जानकारी दी जाएगी
संभव अभियान के तहत सितंबर माह को पोषण माह घोषित किया गया है। इसमें दस्त से बचाव एवं प्रबंधन के साथ में दूसरी सप्ताह में साफ, सफाई एवं स्वच्छता का पोषण में महत्व समझाया जाएगा। वहीं तीसरे सप्ताह में छोटे बच्चों में एनीमिया के संबंध में बताते हुए अन्य जानकारी दी जाएगी। चौथे सप्ताह को वजन सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। बच्चों का वजन लेने के बाद चिन्हित किया जायेगा कि कितने बच्चे कुपोषित हैं। इसके बाद जुलाई में स्तनपान प्रोत्साहन पर जोर रहेगा।
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महेंद्र यादव ने बताया कि संभव अभियान सितंबर तक चलेगा जिसमे एक से दो अक्टूबर तक बाल विकास विभाग के छह एवं सहयोगी विभागों के तीन कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। 9 से 22 अक्टूबर तक बाहरी एजेंसी अभियान के तहत हुई गतिविधियों का मूल्यांकन करेगी। छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित कर मॉक अप राउंड चलाया जाएगा। जन्म के समय कम वजन के बच्चे की देख-भाल, तीसरे सप्ताह में कंगारू मदर केयर एवं चौथे सप्ताह में स्तनपान जुड़ाव एवं तकनीकि की जानकारी दी जाएगी। वहीं अगस्त में ऊपरी आहार के संबंध में बच्चों की माताओं को बताया जाएगा
आंगनवाडी या प्री प्राईमरी स्कूल में पढने के बाद ही होगा कक्षा 1 में एडमिशन
जौनपुर निपुण भारत के क्रियान्वयन के लिए मिशन प्रेरणा दो के तहत कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में टास्क फोर्स के अधिकारियों की बैठक करते हुए कहा कि अब किसी भी बच्चे का एडमिशन कक्षा एक में सीधे नही किया जायेगा सबसे पहले बच्चे का प्रवेश आंगनबाड़ी स्कूल और प्री-प्राइमरी स्कूल में होगा उसके बाद ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक से एडमिशन लिया जाएगा।
मनीष कुमार वर्मा ने निर्देश दिए है कि निपुण भारत मिशन के तहत 2025-26 तक बाल वाटिका से कक्षा-3 के शत-प्रतिशत बच्चों में मूलभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान का लक्ष्य प्राप्त किया जाना है। जनपद के सभी विद्यालयों में लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है। सभी स्कूलों की कक्षाओं को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है निपुण भारत मिशन योजना को अप्रैल 2022 से जनपद के सभी विद्यालयों में लागू कर दिया गया है। 16 जून से स्कूल खुलने के पश्चात एक सप्ताह तक सभी बच्चों को रिवीजन कराया गया है।
बीएसए डा. गोरखनाथ पटेल ने डीएम को बताया कि बाल वाटिका में पांच से छह वर्ष की आयु के बच्चों में अक्षरों और संगत ध्वनियों को पहचानने की क्षमता होनी चाहिए। कक्षा एक में अर्थ के साथ पढ़ने की क्षमता होनी चाहिए। और कक्षा दो में अर्थ के साथ पढ़ने एवं 45 से 60 शब्द प्रति मिनट प्रवाह के साथ पढ़ने की क्षमता विकसित की जाएगी। कक्षा तीन में अर्थ के साथ पढ़ लेने एवं न्यूनतम 60 शब्द प्रति मिनट प्रवाह के साथ पढ़ने की क्षमता विकसित की जाएगी।