तेल और दाल के नाम पर सुपरवाइजर द्वारा जिले में हो रही अवैध उगाही
आंगनवाड़ी न्यूज़
पीलीभीत में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभार्थियों को पुष्टाहार दिया जा रहा है,लेकिन जिले के अमरिया और बीसलपुर ब्लाक में पिछले कुछ महीनों से पुष्टाहार वितरण में बड़ी धांधली की बात सामने आ रही है। पुष्टाहार सभी लाभार्थियों को नहीं दिया जाता है। हर महीना 20 फीसदी लाभार्थी पुष्टाहार से वंचित हो रहे हैं जिले में 1960 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों के आधीन करीब दो लाख से अधिक लाभार्थी हैं, पर मौजूदा समय में करीब पौने दो लाख लाभार्थियों को ही पुष्टाहार दिया जा रहा है। इसमें चने की दाल, तेल गेंहू व् चावल है। अगस्त महीने का पुष्टाहार बांटा जा चुका है, काफी लाभार्थी पुष्टाहार पाने से वंचित है। चूँकि आंगनवाडी केन्द्रों में पंजीकृत लाभार्थियों की संख्या के आधार पर आंगनवाडी केन्द्रों को पूर्ण राशन उपलब्ध नही कराया जा रहा है इसमें स्वय सहायता समूह व् अधिकारियो की मिली भगत होने का अंदेशा है पुष्टाहार वितरण से वंचित किए जा रहे लोगों की संख्या सबसे ज्यादा इन दोनों ब्लाकों में है।
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इस बाबत जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि अप्रैल 2018 में के बाद से शासनस्तर से लाभार्थियों का डाटा अपडेट नहीं हुआ है। जो डाटा फीड है उनके पुष्टाहार दिया जा रहा है। जो बढ़े हुए लाभार्थी हैं, उनको पुष्टाहार न आने की वजह से नहीं मिल पा रहा है। जबकि जिलास्तर से सभी लाभार्थियों का डाटा शासन को भेजा जा चुका है।
भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ रही ड्राई राशन की योजना
उत्तरप्रदेश सरकार की तरफ से कुपोषित बच्चो को सुपोषण करने के लिए ड्राई राशन वितरण किये जाने के लिए नए नए आदेश जारी कर रही है कभी घर घर पोषाहार वितरण किया जाता हक़ी कभी समूह के माध्यम से पार्षद या अन्य माननीय की निगरानी में राशन वितरण किये जा रहे है महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रो में स्वय सहायता समूह का गठन किया गया जिन्हें अन्य कार्यो के साथ साथ ब्लॉक कार्यालय से आंगनवाड़ी केंद्रों तक राशन पहुँचाने की मध्यस्थता के लिए नियुक्त कर दिया गया लेकिन इन समूहों की मध्यस्थता आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन पहुँचाने से ज्यादा भ्रस्टाचार की तरफ ज्यादा झुक गयी इसमे ग्राम प्रधान,कोटेदार आदि समूहों के साथ मिलकर लाभार्थियों के राशन का बंदरबांट करने लगे यही नही इसमे icds विभाग के अधिकारी भी सम्मलित है क्योकि जब भी किसी लाभार्थियों द्वारा पुष्टाहार न मिलने की पत्र या ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जाती है तो ये अधिकारी बिल्कुल अनभिज्ञ बने रहते है ये जानते है कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर नामांकित लाभार्थियों के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन नही पहुच रहा है लेकिन इस शिकायत के निवारण के लिए ठीकरा आंगनवाड़ी के सर फोड़ दिया जाता है
इसका नतीजा ये रहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों का सुपोषण नही हो रहा है वैसे सरकार की गई कुपोषित बच्चो का कुपोषण दूर करने की राशन मेन्यू शक के घेरे में रही है डॉक्टरों के मुताबिक तेल से बच्चो का कोई कुपोषण दूर नही किया जाता है और इस राशन की मात्रा के अनुसार एक माह में मात्र एक किलो गेंहू ,चावल या आधा किलो दाल से कोई कुपोषण दूर नही होगा
महराजगंज में दाल और तेल की अवैध उगाही करती अधिकारी
ये वीडियो महराजगंज के निचलौल ब्लॉक का है। यहां के C D P O मनोज शुक्ला द्वारा सुपरवाइजर के ऊपर दबाव बनाकर दाल तेल का 500 रुपए की हर माह मांग की जा रही है। जब आंगनवाड़ी mpr की रिपोर्ट जमा करने के लिए गयी तो सुपरवाइजर का कहना था कि पहले राशन का पैसा दो तब रिपोर्ट लेंगे । मात्र 5500 रुपए अल्प मानदेय पर कार्यरत आंगनवाड़ी वर्करो से अवैध उगाही की घटनाएं आम हो गयी है जिससे सभी आंगनवाड़ी वर्कर मानसिक रूप से परेशान है।