बिना लोगो वाली साड़ी पहनेंगी आंगनवाड़ी,शासन ने सीधे खाते मे डाला पैसा
आंगनवाड़ी खबर
प्रदेश के बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों व सहायिकाओं के लिए इस बार सरकार ने उनके बैंक खाते मे पैसा भेज दिया है। अबकी बार आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियां स्वयं विभागीय ड्रेस की साड़ियों की खरीदारी कर सकेंगी। इससे पूर्व बाल विकास विभाग द्वारा साड़ी का वितरण किया गया था जिसकी और लोगो पर काफी एतराज उठाया गया था।
बहराइच जनपद मे बाल विकास विभाग में कार्यरत 4981आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री व सहायिका को दो-दो साड़ियां खरीदने के लिए लगभग 50 लाख का बजट जारी किया गया था जिसका आंगनवाड़ी वर्करो के बैंक खातों में भुगतान कर दिया गया है।
जिले की 2748 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां व 2233 सहायिकाओं की ड्रेस का पैसा मिल चुका है प्रदेश सरकार ने इस बार सभी जिलो की आंगनवाड़ी वर्करो की ड्रेस के नियमों में बदलाव किया है। इससे पहले शासन स्तर से साड़ियों की खरीदकर विभाग को उपलब्ध कराई जा रही थी। साड़ी प्राप्त होने के बाद विभाग अपने स्तर से वितरण कराता था।
साड़ियों की गुणवत्ता का लेकर अक्सर आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियां व सहायिकाओं द्वारा सवाल उठाए जा रहे थे। आंगनवाड़ी संगठन भी साड़ियों के लिए नकद राशि की मांग कर रहा था। इसी मांग को देखते हुए इस बार सरकार ने हर आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री व सहायिका को 1000- 1000 रुपये की दर से राशि को उनके बैंक खातों में भेज दिया है।
जनपद बहराइच के डीपीओ राजकपूर का कहना है कि सरकार के इस फैसले से जिले की 4981 आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों को राहत मिली है। इस बार आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों व सहायिकाओ के खातों में सीधे 500 रुपये की दर से दो साड़ियों की रकम भेज दी गई है।
डीपीओ ने बताया कि अब वे खुद अपने हिसाब से साड़ियों की खरीद कर सकेंगी। विभाग की ओर से नवरात्र में ही साड़ियों की खरीद को लेकर सीडीपीओ को निर्देश दिए गए हैं। डीपीओ का कहना है कि साड़ी के लिए 500 रुपये की दर से दो साड़ियों का पैसा जो सीधे खातों में भेजा गया है उस साड़ी को विभाग द्वारा तय कलर में ही साड़ियां खरीदनी हैं।
अवगत हो कि बाल विकास विभाग मे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों व सहायिकाओं के लिए ड्रेस कोड लागू है। साथ ही शासन स्तर से साड़ियों के कलर भी निर्धारित हैं। शासन स्तर से आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों को ड्रेस में ही आंगनवाड़ी केंद्रों पर पहुंचने को लेकर भी आदेश जारी किया है। डीपीओ ने बताया कि ड्रेस में ही केंद्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों को रहना होगा।