बाल विकास विभाग मे मुख्य सेविका के पदो पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण न होने से विभाग की हालत खराब हो चुकी है। आंगनवाड़ी से लेकर मुख्य सेविका के पद रिक्त पड़े है जिससे शासन द्वारा संचालित योजनाओ का लाभ जनता को नहीं मिल रहा है।
वर्ष 2022 मे बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी सुपरवाईजर के पदो पर भर्ती निकाली गयी थी लेकिन अभी तक ये भर्ती हाईकौर्ट के आदेश पर अधर मे लटकी हुई है। इस भर्ती मे नियमानुसार काफी धांधली हुई जिसके कारण ये भर्ती कोर्ट के आदेश पर रोक दी गयी।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री से मुख्य सेविका के पदो पर पदोन्नति होने से मुख्य सेविका के पदो पर कुछ जिलो मे राहत तो मिली लेकिन ये पदोन्नति बहुत कम ही पदो पर हुई थी जिसकी वजह से अभी भी बहुत जिलो मे मुख्य सेविका के पदो पर बड़ी तादाद मे रिक्त पड़े है।
बस्ती जिले के बनकटी ब्लॉक क्षेत्र में एक सुपरवाइजर पर 156 आंगनबाड़ी केंद्रों की ज़िम्मेदारी है। जबकि नियमानुसार 156 आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए 6 सुपरवाइजर की नियुक्ति होनी चाहिए।
बनकटी ब्लॉक में लगभग 156 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 137 कार्यकर्ता व 133 सहायिका नियुक्त है। विभाग के नियमानुसार इन केन्द्रो की मॉनिटरिंग के लिए 6 सुपरवाइजर, एक सीडीपीओ की नियुक्ति होनी चाहिए। लेकिन इतनी बड़ी केन्द्रो की संख्या होने के बाद मात्र एक ही सुपरवाइजर नियुक्त है।
विभाग की माने तो नियमानुसार 25 आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक सुपरवाइजर की नियुक्ति होनी चाहिए। लेकिन विभाग मे भर्ती न होने से वर्करो की बहुत बड़ी समस्या हो रही है। जिसके कारण आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी और आंगनवाड़ी द्वारा किए गए कार्यो का डाटा उच्च अधिकारियों को नहीं भेजा जा रहा है।
सुपरवाइजर द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो की समस्या दूर करना आंगनवाड़ी केंद्र से संबन्धित सभी कार्यो और समस्याओ का निराकरण और आंगनवाड़ी द्वारा कार्यो के आधार पर प्रोत्साहन राशि आदि कार्य भी सुपरवाइजर द्वारा किये जाते है
कैसे होगा जब 126 संविदा सुपरवाईजरो ने 2693 पदों पर हो रही भर्ती पर कोर्ट के माध्यम से स्टे लगवा दिया है। और विभाग मूक बना हुआ है
Mujhe bhi jarurat h ye job ki