मूंगफली, गुड़ और सोयाबीन देकर आंगनवाडी बच्चो को किया जायेगा सुपोषित
आंगनवाडी न्यूज़
सोनभद्र जिले में बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनवाडी केन्द्रों के अति कुपोषित कुपोषित बच्चों को मूंगफली, गुड़ और सोयाबीन द्वारा सुपोषित किये जाने की कवायद शुरू हो गयी है। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की पहल पर खनिज निधि से इसका वितरण करते हुए पहले चरण में चिन्हित सात सौ बच्चों को पैकेट दिए जाएंगे। उसके बाद अगले चरण में बाकी बच्चों को शामिल कर वितरण किया जायेगा।
वर्तमान समय मे जिले के बाल विकास विभाग के अंतर्गत 2079 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रों पर शासन द्वारा बच्चों, गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को पोषाहार के रूप मे चना दाल, गेहूं व तेल या रिफाइंड दिया जा रहा है। इस पोषाहार से सरकार आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों का कुपोषण दूर कर रही है
जनपद के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने का अच्छा प्रयास किया जा रहा है जिससे इन बच्चों के कुपोषण को दूर किया जा सके। जिले के आंगनवाडी वर्करो द्वारा कराये गये सर्वे के अनुसार 1208 बच्चे अति कुपोषित की श्रेणी मे हैं। साथ ही 3170 बच्चे अल्प कुपोषित की श्रेणी में हैं। इन बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए उन्हें मूंगफली, सोयाबीन और गुड़ का पैकेट भी दिया जाएगा। कुपोषित बच्चो को एक दिन मे 10 से 15 ग्राम मूंगफली और एक ही दिन में 5 ग्राम गुड़ 4-5 बार में देना है इन तीन खाद्य सामग्री से कुपोषित श्रेणी के बच्चो का कुपोषण को दूर किया जायेगा ।
आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो को मिलेगी ये खाद्य सामग्री
आंगनवाडी केन्द्रों मे पंजीकृत अति कुपोषित बच्चों को मूंगफली दाना एक किलो, सोयाबीन बड़ी (न्युट्रेला) एक किलो, गुड़ 500 ग्राम, एक कटोरी व एक चम्मच, हैंडवाश आदि सामग्री का वितरण किया जाना है। यह खाद्य सामग्री हर बच्चे को तीन माह तक दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के चोपन ब्लाक मे 100 कुपोषित बच्चे अति कुपोषित की श्रेणी मे चिन्हित किये गये हैं। जिले मे बढ़ते कुपोषण को देखते हुए जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि इन अति कुपोषित चयनित बच्चों को दवाई की जरूरत है। इन बच्चों की बीडीओ, सीडीपीओ व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार मानीटरिंग की जा रही है। जिससे उपचार करके इन बच्चो को सुपोषित बच्चो की श्रेणी मे लाया जा सके।