बर्तन और ईंधन के अभाव मे 1600 केंद्रों पर हाटकुक्ड योजना लटकी
हाटकुक्ड योजना
आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को दिये जाने वाला हॉटकुक्ड ईंधन-बर्तन की कमी की वजह से परेशानी खड़ा कर रहा है। जबकि मिड-डे मील मध्यान विभाग का कहना है कि जिले के 3956 प्राइमरी विद्यालयों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को रसोईयां खाना दे रही हैं। इन आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन के साथ साथ कंवर्जन कास्ट भी भेजी जा रही है।
आजमगढ़ जिले मे संचालित 1600 आंगनबाड़ी केंद्रो पर अभी तक संसाधनो की कमी के चलते हाडकुक्ड योजना की शुरुवात नहीं हो सकी है। आंगनवाड़ी केंद्रों पर अभी गैस सिलेंडर और बर्तनों की कोई व्यवस्था नहीं है। शासन के निर्देश पर इन सामानों को उपलब्ध कराने की ज़िम्मेदारी ग्राम प्रधानों को दी गई थी लेकिन धनराशि न मिलने से ग्राम प्रधानों ने अभी तक कोई सहयोग नहीं किया है और न ही कोई ज़िम्मेदारी ली है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमंत सिंह का कहना है कि जिले में कुल 5588 आंगनबाड़ी केन्द्रो मे लगभग 264816 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। बाल विकास विभाग द्वारा 653 आंगनबाड़ी केंद्र अपने विभागीय भवन में संचालित हो रहे है। बाकी 1556 केंद्र प्राईमरी स्कूल और 778 आंगनबाडी केंद्र ग्राम पंचायत भवन में संचालित किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर हाडकुक्ड योजना के तहत बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। और जिन आंगनबाडी केंद्रों पर बर्तन व ईधन की कमी है उन केन्द्रो पर ग्राम पंचायत स्तर से उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गए है। धनराशि जल्दी भेजी जाएगी।
अवगत हो कि बाल विकास विभाग द्वारा होटकूक्ड योजना पूर्व मे भी चलायी गयी थी लेकिन इस योजना को बंद कर दिया गया था। अब इस योजना को दुबारा शुरू किया गया है इसमे नए निर्देश के अनुसार परिषदीय स्कूलों में रसोइयों व विद्यालय से दो मीटर की दूरी वाले आंगनबाडी केंद्रों पर सहायिकाओं द्वारा तैयार कर बच्चों को खिलाया जाएगा। लेकिन जिले मे 16 सौ अधिक स्कूलों के आंगनबाड़ी केन्द्रो के बच्चो को अभी भी हाटकुक्ड योजना के तहत गर्म भोजन के लाभ से वंचित हैं। शासन द्वारा सभी केन्द्रो के लिए भोजन सामाग्री मे चावल व गेहूं कोटेदार द्वारा भेजा जा चुका है।