दो बार राशन न देने पर आंगनवाड़ी के घर पर पथराव ,निगरानी समिति की बढ़ेगी जिम्मेदारी
आंगनवाड़ी न्यूज़
सबसे पहले खुलेंगे प्राथमिक विद्यालय
स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण में कमी आने पर सबसे पहले प्राइमरी स्कूल खोले जाने चाहिए। क्योंकि छोटे बच्चों में कोरोना के संक्रमण का खतरा कम है और संक्रमण होने पर हल्का रहता है। आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गवन के एक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल पहले खोल जाने चाहिए। क्योंकि बच्चों में रिसिप्टर कम होते हैं इसलिए उन्हें संक्रमण का खतरा कम है और संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं होता है। लेकिन स्कूल खोलने से पूर्व सभी शिक्षकों एवं स्कूलमें कार्य करने वाले सभी कार्मिकों, बस स्टाफ आदि का टीकाकरण जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बाद सेंकेंडरी स्कूलों को खोला जाना चाहिए। भार्गव ने कहा कि यह फैसला राज्यों एवं जिला प्रशासन को करना है। जिसमें वहां महामारी की मौजूदा स्थिति को आधार बनाकर फैसला किया जाएगा।
डबल पर्ची पर राशन न देने पर आंगनवाड़ी से मारपीट,घर पर किया पथराव
आंगनवाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों को आंगनवाड़ी द्वारा जारी टोकन से सीधे कोटेदार से ड्राई राशन की नई वितरण प्रणाली से आंगनवाड़ी वर्करो की जान खतरे में डाल रही है जंहा कोटेदार द्वारा टोकन दिए जाने पर भी राशन नही दे रहे है वंही कुछ अभिभावकों नियमों को ताक पर रखकर गलत तरीके से राशन ले रहे है आंगनवाड़ी द्वारा रोके जाने पर मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जा रही है
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संभल के गुन्नौर थाना क्षेत्र के गांव पतरिया में बाल विकास परियोजना से मिलने वाले राशन वितरण की पर्ची वितरित करने के दौरान कुछ लोगों ने डबल पर्ची की मांग की। मना करने पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री से मारपीट कर घर पर पथराव कर दिया। पीड़ित की ओर से थाने में घटना की तहरीर दी गई है।
गांव पतरिया में आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रेरणा सक्सेना सोमवार की सुबह अपने घर के दरवाजे पर बैठकर बच्चों को राशन वितरण की पर्ची वितरित कर रही थी।
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टोकन जारी होने के बाद भी कोटेदार नही दे रहे राशन
आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रेरणा का आरोप है कि कुछ बच्चों के अभिभावकों ने उसे रुपयों का लालच देकर डबल पर्ची की मांग की। कार्यकत्री ने स्पष्ट मना करते हुए कहा कि 85 लाभार्थियों को ही राशन वितरण के लिए दिया जाता है। यह सुन अभिभावकों ने कार्यकत्री के साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी और महिला के जेठ राजकुमार के विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद लोगों ने कार्यकत्रीके घर पर पथराव करना शुरू कर दिया। कार्यकत्री की ओर से घटना की तहरीर थाने में दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अब निगरानी समिति की बढ़ेंगी जिम्मेदारी
बिजनौर में तीसरी लहर के मद्देनजर निगरानी समितियों की जिम्मेदारियां बढ़ गयी हैं। बाहरी राज्यों से आने वालों को चिन्हित
कर इन्हें स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना होगा। गांवों ओर शहरों में अलग- अलग निगरानी समितियों को अलर्ट किया जा रहा है।
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बाहर से आये लोगो की सुचना देना पड़ा महंगा
अवगत हो कि कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कर दिया है, कि तीसरी लहर के मद्देनजर सतर्कता के चलते बाहरी राज्यों से उत्तर प्रदेश में आने वालों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट के आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा। बॉर्डर के जिले में ही यह जांच रिपोर्ट चेक की जाएगी तथा जांच रिपोर्ट न होने पर जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा, इसके बावजूद गांव व शहरों मे अलग-अलग निगरानी समितियों को भी जिम्मेदारी दी गयी है। ऐसे लोगों की कोविड जांच की पड़ताल की जाएगी तथा रिपोर्ट न होने पर होम क्वारंटाइन के साथ ही स्थानीय स्तर पर कोविड जांच कराई जाएगी। इसमें सभासदों, ग्राम प्रधानों से लेकर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तक का सहयोग लिया जाएगा।