समूह की अध्यक्ष ने किया आंगनवाड़ी का एक माह के राशन का गबन
आंगनवाड़ी न्यूज
आंगनवाड़ी केन्द्रो पर बच्चो और महिलाओ को बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषण से बचाने के लिए पोषाहार का वितरण किया जाता है जिससे इन लाभार्थियो का कुपोषण दूर किया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रो मे इस राशन की आपूर्ति स्वय सहायता समूह द्वारा की जाती है।
आंगनवाड़ी केन्द्रो पर सरकार द्वारा ड्राई राशन मे दलिया, चने की दाल और रिफाइंड का वितरण किया जाता है जिसमे महिलाओ और बच्चो को अलग अलग श्रेणी के अनुसार राशन दिया जाता है। शहरी क्षेत्रो मे आंगनवाड़ी केन्द्रो पर नेफेड द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो पर राशन की आपूर्ति की जाती है।
ग्रामीण क्षेत्रो मे आंगनवाड़ी केन्द्रो पर राशन की आपूर्ति परियोजना कार्यालय से आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा उठान कर केन्द्रो पर होती थी लेकिन योगी सरकार ने रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पोषाहार प्लांट से आंगनवाड़ी केन्द्रो तक राशन की आपूर्ति स्वय सहायता समूह के माध्यम से शुरू कर दी।
सरकार का मकसद था कि समूह के माध्यम से राशन की आपूर्ति होने से राशन मे भ्रस्त्रचर पर रोक लगेगी साथ ही इन समूह की महिलाओ को ढुलाई से आय के साधन बढ़ेंगे लेकिन इन समूह की महिलाओ ने ही अब राशन का गबन करना शुरू कर दिया है।
पीलीभीत जिले मे आंगनवाड़ी केन्द्रो की गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मिलने वाले पोषाहार का ही गबन कर दिया। लाभार्थियो ने आरोप लगाया है कि स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष ने एक माह का पोषाहार आंगनबाड़ी कार्यकत्री को न देकर बाजार मे बेच दिया।
जिले के पूरनपुर ब्लॉक के गांव लोहरपुरी फुलहर मे चल रहे आंगनवाड़ी केंद्र पर राशन की आपूर्ति न होने से ग्रामीण नाराज थे। पोषाहार का वितरण न होने पर ग्रामीणों ने जानकरी की तो पता चला कि समूह की अध्यक्ष ने पहले कई माह का पुष्टाहार नहीं उठाया। अब 15 जुलाई को दो माह का राशन आंगनबाड़ी कार्यकत्री को दे दिया गया है।
ग्रामीणो ने डीएम को पुष्टाहार वितरण में हुई धांधली की शिकायत की। डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया कि गांव में चल रहे गंगा गोमती स्वयं सहायता समूह को बाल विकास परियोजना विभाग के कार्यालय से पुष्टाहार उठाने की जिम्मेदारी है। डीएम ने समूह के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
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