प्री प्राइमरी में पढाई का जिम्मा आंगनवाडी पर ,हेड टीचर करेंगी निगरानी
आंगनवाडी न्यूज़
जनपद गोंडा के प्राथमिक स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं को चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिले के 200 विद्यालय को चयनित कर लिया गया है। जहां पर नर्सरी की तर्ज पर प्री प्राइमरी की कक्षाएं चलेंगी। इन कक्षाओं में पढ़ाने का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां करेंगी और पूरी निगरानी स्कूल की हेड टीचर की रहेगी। जरुरत पड़ने पर हेड टीचर अन्य टीचिंग स्टाफ से शिक्षण कार्य में मदद दिलाने का काम भी करेंगी। स्कूलों को कान्वेंट स्कूलों से टक्कर दिलाने के लिए उठाए जा रहे इस कदम की बड़ी शुरूआत गुरुवार से होगी। जहां पर सभी न्याय पंचायत के संकुल शिक्षक शिक्षिकाओं को व्यापक प्रशिक्षण दिया जाना शुरू किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।शिक्षा व बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयास के बलबूते प्री प्राइमरी की कक्षाओं को चलाया जाएगा। जिसमें कार्यकर्त्रियों व शिक्षा मित्रों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। ईसीसीई मॉडल पर आधारित इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए विभागीय योजनाएं आगे चल पड़ी हैं।
बीएसए विनय मोहन वन ने कहा है कि स्कूलों में प्री प्राइमरी स्तर की पढ़ाई के लिए कार्ययोजना तैयारी है। अभी दो स्कूलों को चयनित कर लिया गया है। इसे जिले के सभी स्कूलों में चलाने की योजना है जिस पर काम चल रहा है।
विकास भवन में बुधवार को इस को लेकर एक बैठक आयोजित हुई जिसमें ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरु करने की रुपरेखा तैयार की गई। जिसके जिले के 166 न्याय पंचायत के एक एक संकुल शिक्षक को चयनित करते हुए उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम दस दिन तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय परिसर में चलेगा। प्रशिक्षण के लिए चार बैच बनाए गए हैं जिसमें प्रत्येक बैच में 42 शिक्षकों को रखा गया है एक बैच को दो दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला समन्वयक हर गोविन्द यादव ने बताया कि प्रशिक्षण की वृहद रुपरेखा खींच ली गई है। प्रशिक्षण स्टेट रिसोर्स ग्रुप की प्रशिक्षक चिनीता कुशवाहा व डायट प्रवक्ता मोहम्मद शरीफ द्वारा दिया जाएगा। जूम एप के माध्यम से यह प्रशिक्षण ऑनलाइन दिया जाएगा। जिसमें तकनीकी सहायता की टीम में शालिनी सिंह, नीतू सिंह रघुवंशी व अंजनी वर्मा रखी गई हैं। टीएसयू के राखाराम गुप्ता से प्रशिक्षण में सहयोग लिया जाएगा।
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मथुरा के cdpo पर अवैध वसूली का आरोप
जनपद मथुरा के गोवर्धन की आगनबाड़ी कार्यकत्रियो ने सीडीपीओ पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगा कर मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी है। जिसमे आरोप लगाया गया है कि गोवर्धन बाल पोषाहार में सीडीपीओ कमलेश प्रसाद आगनबाड़ी कार्यकत्रियो को डरा धमका कर दो हजार रुपये प्रतिमाह अवैध वसूल करती है उच्चाधिकारियों से शिकायत करने पर उनका वेतन रोक दिया है। अवगत है कि गोवर्धन क्षेत्र में बाल विकास पोषाहार सामग्री का सही से वितरण नहीं हो पा रहा है। सीडीपीओ द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं है। वह आगनबाड़ी को अपने कार्यालय के निजी काम पर लगा कर रखती हैं। मुख्यमंत्री को गीता शर्मा, सतीजा, मीना, साधना, मीरा वर्मा, कमलेश, प्रेमा शर्मा नीतू, शकुंतला, उर्मिला ने शिकायत भेजी है।
दो श्रेणी में परफोर्मेंस में मिलेगी प्रोत्साहन राशि
उत्तरप्रदेश शासन की ओर से प्रोत्साहन योजना के तहत बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से दो श्रेणी बनाए गए है। जिसको पूरा करने के बाद सितंबर से बढ़े हुए मानदेय का भुगतान किया जाएगा। जनपद गाजीपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि यह सभी लाभांश उनकी ओर से किए गए परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार की ओर से आदेश जारी है।इसका अनुपालन कराने का निर्देष दिया गया है। दिशा निर्देश जारी किया गया है। जिन्हें इस महीने से लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
शासन की ओर से शत प्रतिशत कार्य करने वाली आंगनबाडी कार्यकत्री, सहायिकाओं को प्रोत्साहन राशि मिलेगा। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 1500, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 1250 रुपये व आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 750 रुपये मिलेंगे। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का जहां सात हजार रुपये तक मानदेय हो जायेगा, वहीं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 5500 और आंगनबाड़ी सहायिकाओं का मानदेय चार हजार रुपये हो जायेगा।
इसके लिए दो कैटेगरी बनाई गई है। जिसमें से एक अनुपूरक पोषाहार वितरण के निर्देश के अनुसार सभी पंजीकृत लाभार्थियों को प्रत्येक माह अनुपूरक पोषाहार का शत-प्रतिशत वितरण करना व दूसरी कैटेगरी में समस्त पंजीकृत लाभार्थियों के लिए पोषक ट्रैकर के सभी क्षेत्रों का प्रत्येक माह शत-प्रतिशत क्षेत्र में कार्य पूर्ण करना है। इन दोनो मापदंड़ों को पूरा करने के के बाद प्रोत्साहन राशि का लाभ मिलेगा। प्रोत्साहन राशि के लिए शत प्रतिशत कार्य पूर्ण करना होगा
जनपद में कुल 4127 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जहां पर आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी और सहायिकाओं की तैनात है। इसमें कुल मिलाकर 6437 कार्यरत है। जिन्हें इसी महीने से बढ़े हुए मानदेय उनके कार्यों को देखते हुए दिया जायेगा। जनपद में 3306 आंगनबाडी, 518 मिनी आंगनबाडी और सहायिकाओं की संख्या 3113 है।
फरुखाबाद में भर्ती प्रक्रिया का काम जोरो पर
जनपद फरुखाबाद में आंगनबाड़ी भर्ती की प्रक्रिया में सबसे अधिक पद मोहम्मदाबाद परियोजना में रिक्त हैं। मोहम्मदाबाद में 116 आंगनबाड़ी कर्मियों को नौकरी मिल सकेगी लेकिन सबसे कम पद शमसाबाद में हैं। आवेदन पत्र आनलाइन चार अक्तूबर तक मांगे गए हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि आवेदन के बाद प्रिट की हार्ड कापी, शैक्षिक योग्यता संबंधी अभिलेख संलग्न कर आवेदन पत्र पंजीकृत डाक से या व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर कार्यालय में चार बजे तक भेजना सुनिश्चित करें।
सपा शासनकाल में भी आंगनबाड़ी भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू हुई थी मगर बीच में ही रोक दी गई। अब फिर से आंगनबाड़ी भर्ती के लिए प्रकिया शुरू की गयी है। मोहम्मदाबाद में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के 21 और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के लिए 55 और सहायिका के लिए 40 पद रिक्त हैं। कमालगंज में कार्यकर्त्री के लिए 19, मिनीआंगनबाड़ी के लिए छह, सहायिका के लिए 16, राजेपुर में कार्यकर्त्री के लिए 11, मिनी आगनबाड़ी के लिए 48, सहायिका के लिए 16, बढ़पुर परियोजना में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के लिए 14, मिनी आंगनबाड़ी के लिए 37, सहायिका के लिए 30 पद रिक्त हैं। इसी तरह से कायमगंज में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के लिए17, मिनी आंगनबाड़ी के लिए 11, सहायिका के लिए 32 पद रिक्त हैं। शहर में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के लिए 14, सहायिका के लिए 29 पद, शमसाबाद में कार्यकर्त्री के लिए 6, मिनी के लिए 9 और सहायिका के लिए 12, नवाबगंज में कार्यकर्त्री के लिए 21, मिनी आंगनबाड़ी के लिए 40 और सहायिका के लिए 21 पद रिक्त हैं।
अब पोषाहार बाहर से नही आएगा जिले में लगेंगे दो प्लांट
फतेहपुर में आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों को अब जनपद के कदौरा व कुठौंद ब्लॉक में पोषाहार प्लांटों का निर्माण कराया जाएगा। इसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाओं को काम मिलेगा जबकि बेंगलुरु की संस्था द्वारा पोषाहार निर्माण के लिए तकनीकी मदद प्रदान की जाएगी।
ड्राई राशन का वितरण होगा बन्द लाभार्थियों को मिलेगी पंजीरी
अभी जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर जो पोषाहार का वितरण किया जा रहा है वह अलग-अलग फर्मों से आता है लेकिन अब शासन द्वारा समूह की महिलाओं को पोषाहार तैयार करने का जिम्मा सौंपने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन जिले में अभी तक इस पर अमल नहीं हो पाया। लेकिन अब अधिकारियों ने इसमें मुस्तैदी दिखाते हुए प्लांट निर्मांण के लिए कुठोन्द व कदौरा विकास खंडों का चयन किया है। कुठोन्द में ब्लॉक परिसर में स्थित पंचायत भवन में इसका प्लांट लगाया जाएगा जबकि कदौरा ब्लॉक के लिए ग्राम छोंक में स्थित आरएफसी गोदाम में पोषाहार का निर्माण होगा। इन दोनों ही प्लांट के निर्माण मनरेगा से कराए जाएंगी। इसके लिए डीसी मनरेगा अवधेश दीक्षित ने दोनों ही विकास खंडों में बीडीओ को निर्देश दिए हैं कि जल्दी से जल्दी इन भवनों को तैयार करा दिया जाए। प्लांट लगाने के लिए 90- 90 लाख रुपए समूहों को स्वीकृत सीएलएफ से खर्च होंगे।