फिरोजाबाद जनपद में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला महामंत्री राधा सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने विकास भवन पर प्रदर्शन किया आंगनवाडी कार्यकत्रियों ने अपनी समस्याओ को लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिला महामंत्री राधा सिंह के नेतृत्व में मुख्यालय पर पहुंची कार्यकत्रियों ने कहा कि लम्बे समय से एक ही परियोजना पर तेनात सुपरवाइजर एवं सीडीपीओ दूसरी परियोजना पर स्थान्तरित किया जाए । आंगनवाडी कार्यकत्रियों का रुका हुआ मानदेय दिलाया जाए। रुके मानदेय के लिए कई बार लिखित में दे चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है सुपरवाइजरों ने कई आंगनवाडी कार्यकत्रियों को दोहरा चार्ज दे रखा है, उनसे चार्ज हटाए जाएं। परियोजनाओं पर बाहरी व्यक्ति का दखल ज्यादा हो रहा है इन से कार्य कराने के लिए वेतन कहां से आता है इसकी जांच की जाए। जसराना में समूह द्वारा राशन घोटाले की जानकारी देते हुए जांच कराने की माग की है। डबल केंद्र चलाने वाले एक भवन में केंद्र को चला रहे हैं, जबकि किराया डबल ले रहे हैं। जिला महामंत्री ने मांगें पूरी न होने पर 15 जनवरी से धरने की चेतावनी दी है।
लाभार्थियों को घर घर वितरण किया जा रहा पुष्टाहार
मऊ प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता तिवारी ने कहा है कि बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की पहल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पुष्टाहार का वितरण कर रही हैं। पुष्टाहार के सेवन से गर्भवती, धात्री महिलाओं, लड़कियों व बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी। इससे कोरोना से भी बचाव होगा। शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पोषाहार का वितरण कर रही हैं।
प्रभारी सीडीपीओ गीता तिवारी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है कि आंगनबाड़ी केंद्र खोलकर अनुपूरक पोषाहार को प्राप्त किया जाए और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विभाग के पंजीकृत लाभार्थियों तक टेक होम राशन का घर-घर वितरण किया जाए । इस दौरान मास्क, सेनेटाइजेशन और शारीरिक दूरी का भी पूरा ख्याल रखा जाय। इसके लिए सभी को निर्देशित किया गया है कि कोविड को देखते हुए 16 जनवरी तक आंगनबाड़ी केंद्र को बंद रखा जाए । गीता तिवारी ने बताया कि उन्हें पुष्टाहार के आलावा गांव में ही उपलब्ध खाद्य पदार्थ एवं सामाग्रियों से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाए बताये जा रहे हैं।सामान्यत: गर्भवती महिलाएं और लड़कियां आयरन की गोलियों का सेवन दूध व चाय के साथ करती हैं, जो कि गलत है इससे शरीर में आयरन का अवशोषण कम हो जाता है। आयरन एवं फॉलिक एसिड (आईएफए) टैबलेट का सेवन विटामिन-सी युक्त आहार जैसे नींबू, संतरा, आंवला आदि के साथ किया जाना चाहिए, जिससे आयरन का अवशोषण शरीर में सुचारु रूप से हो सके। उन्होंने ने बताया कि इस पुष्टाहार वितरण के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाये
जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलने वाली प्री प्राइमरी कक्षाओं को संचालित करेंगी आंगनवाडी
बागपत जनपद में नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री प्राइमरी कक्षाओं को संचालन करने के आदेश जारी किये गये है आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग का भी होल्ड हो जाएगा। एक ही परिसर में चलने वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालय में विलय कर दिया है। प्राथमिक तक के जो विद्यालय है, उनमें कक्षा एक से पांचवीं तक और उच्च प्राथमिक विद्यालय है उनमें कक्षा एक से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। प्री प्राइमरी न होने से छोटे बच्चों के दाखिले इन स्कूलों में नहीं होते थे। नई शिक्षा नीति लागू की गई तो छोटे बच्चों की शिक्षा के लिए भी उसमें प्राविधान किया गया है। जिले में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी का दर्जा देते हुए प्री, एलकेजी, यूकेजी कक्षाओं को संचालित किया जाएगा। आंगनबाड़ियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। जनपद की 886 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 884 सहायिका बच्चों की पढ़ाई कराएगी। ज्यादा से ज्यादा संख्या में बच्चों का नामांकन कराया जाएगा। शिक्षा विभाग से भी आंगनबाड़ियों का जुड़ाव हो जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी इन स्कूलों की शिक्षा के सुधार के लिए कभी भी निरीक्षण करेंगे और आवश्यक दिशा निर्देश देंगे। आंगनबाड़ियों पर विभाग का होल्ड होने पर कार्रवाई भी निर्धारित करेंगे।
बीएसए राघवेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की ओर से ‘निपुण भारत’ मिशन चलाया है। इस मिशन का हिस्सा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी होंगी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलने की प्री प्राइमरी कक्षाओं को संचालित इन्हें ही करना है। बेसिक 1300 आंगनबाड़ी केंद्रों पर संचालित होगी प्री प्राइमरी जिले में प्री प्राइमरी कक्षाएं जिले के 1300 केंद्रों पर शुरू होगी।
घर बेठे अपने मानदेय की स्थिति केसे पता करे
अब आंगनवाडी वर्करो को अपने मानदेय की स्थिति जानने के लिए परेशान नही होना होगा आप अपने स्मार्टफोन में उमंग एप के जरिये आसानी से अपने मानदेय की स्थिति पता कर सकते है
सबसे पहले आपको अपने मोबाइल के प्ले स्टोर पर जाकर उमंग एप डाउनलोड करना होगा ,डाउनलोड करने के बाद भाषा का चयन करते हुए अपने बेंक में रजिस्टर्ड फोन नम्बर को डाले और ओटीपी से वेरिफिकेशन करते हुए pfms पर क्लिक करे इसके बाद आप अपने know your payment (पेमेंट की स्थिति ) पर क्लिक करे
अब आप अपने बेंक का खाता संख्या व् बेंक का नाम डालकर स्थिति पता कर सकते है अधिक जानकारी के लिए नीचे डी विडियो को ध्यान से देखे इसके द्वारा dbt माध्यम से किसी भी मद द्वारा भेजा गया पैसे की स्थिति देख सकते है जेसे स्वास्थ्य मिशन,प्रधानमंत्री आवास योजना मानदेय ,शोचालय योजना आदि