प्ले स्कूल खोलने के लिए महज दो महीने बाकी ,आंगनवाडी वर्करो की ट्रेनिग अधर में
आंगनवाडी न्यूज़
सोनभद्र के बभनी विकास खंड की घघरी ग्राम पंचायत में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की तरफ से पुनर्वास विद्यालय के प्राांगण में लाखों की लागत से आंगनबाड़ी का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण में मानकों में लापरवाही की शिकायत सामने आ रही है। इसके निर्माण में मानकों की जबरदस्त अनदेखी की जा रही है। आगनबाड़ी केंद्र निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कार्यवाही की मांग उठाई है। जबकि ग्रामीणों ने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की तरफ से बनवाए जा रहे भवन की जांच की मांग उठाते हुए बताया कि भवन निर्माण में तीन नंबर के ईट और साथ ही घटिया बालू युक्त मिट्टी का प्रयोग भवन में किया गया है। लेकिन इस संबंध में शिकायत पर अभियंता शिवराज यादव ने बताया कि अभी इस मामले की जानकारी नहीं है।
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यूनिसेफ द्वारा आंगनबाड़ी वर्करो को भेजे जा रहे मैसेज
गोरखपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमंत सिंह ने बताया कि यूनिसेफ द्वारा आंगनबाड़ी वर्करो को अपने क्षेत्र के बीच गृह भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को धात्री महिलाओं को स्तनपान का महत्व बताना , कोविड होने पर भी धात्री महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराती रहें जेसे प्रसारित करने का मैसेज भेजा जा रहा है।
शासन से प्राप्त दिशा- निर्देशों के अनुसार अगर मां कोविड पॉजीटिव हैं, या उनमें कोविड के लक्षण हैं, तो मास्क लगा कर और हाथों की स्वच्छता के नियम को अपनाते हुए स्तनपान करा सकती हैं। बाहरी दूध को नवजात शिशु नहीं पचा पाते हैं। ऐसे में दस्त कीआशंका बढ़ जाती है। ऐसा होने से बच्चों के कुपोषित और बीमार होने की भी आशंका बढ़ जाती हैस्तनपान से ही नवजात शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अगर किसी धात्री महिला ने कोविड का टीका लगवाया है तो इससे उसके दूध पैदा करने की क्षमता पर असर पड़ेगा । टीका लगवाने के बाद भी स्तनपान जारी रखना चाहिए । यह नवजात शिशुओं के साथ-साथ माताओं के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
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प्ले स्कूल खोलने के लिए महज दो महीने बाकी ,आंगनवाडी वर्करो की ट्रेनिग अधर में
हरियाणा के सिरसा जिले में हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने 198 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलों में तब्दील कर करने के लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अब इन प्ले स्कूलों को अप्रैल माह से शुरू किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा आंगनबाड़ियों को आकर्षक व सुंदर बनाने के लिए फंड जारी कर दिया है। शुरू में जिले में सरकारी स्कूलों में स्थापित 25 आंगनबाड़ी केंद्रों में मरम्मत और पेंट का काम की शुरुवात की जाएगी। विभाग की ओर से केंद्रों पर खर्च करने के लिए 7.50 लाख रुपये का फंड जारी किया है। जिसके तहत जिले की 25 आंगनबाड़ी केंद्रों को सुंदर बनाने के लिए काम किया जाएगा।
जिला परियोजना अधिकारी बूटाराम ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र जो सरकारी स्कूलों में चलाई जा रही है, उसके लिए हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने फंड जारी किया है। 25 केंद्रों के लिए 7.50 लाख रुपये जारी किए हैं। प्रत्येक केंद्र को 30 हजार रुपये पेंटिंग व कलाकृति के लिए दिए गए हैं। जिसके तहत नौनिहालों के लिए दीवारों पर हिंदी, अंग्रेजी में वर्णमाला व कार्टून बनाए जाएंगे। ताकि बच्चे खेलकूद के साथ-साथ अक्षर ज्ञान भी सीख सकें।
जिले में करीब 1500 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र चलाये जा रहे है। इन केंद्रों में से 198 सरकारी स्कूलों में चलाए जा रहे हैं। इनमें से 25 केंद्रों को सुंदर बनाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने फंड जारी किया है। प्रत्येक केंद्र को विभाग की ओर से 30 हजार रुपये दिए जाएंगे। केंद्रों की स्थिति सही न होने के कारण इस फंड के माध्यम से केंद्रों को प्ले स्कूल का रूप देने के लिए वॉल पेंटिंग व आकर्षक चित्रकारी की जाएगी। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की पहल पर बच्चों को लुभाने के लिए परिषद द्वारा केंद्रों की दिवारों पर हिंदी और अंग्रेजी में वर्णमाला, कार्टून, पक्षी, फल और जानवरों के नाम प्रिंट किए जाएंगे। जिसको देखकर नौनिहाल खेलकूद के साथ अक्षर ज्ञान भी प्राप्त कर सकेंगे। जिससे नौनिहाल केंद्रों में बोरियत महसूस नहीं करेंगे। जिसकी सहायता से बच्चा खेल-खेल में पढ़ना लिखना सीखेगा।
धरने के चलते आंगनबाड़ी वर्करो ने नहीं ली ट्रेनिंग
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व हेल्पर्स के बैनर तले आंगनवाडी वर्करो का लघु सचिवालय स्थित 62 दिन से धरना चल रहा है । और अभी भी कार्यकर्ताओं ने अगले 15 तक धरने को बढ़ाने का एलान कर दिया है। जबकि प्ले स्कूल खोलने के लिए महज दो महीने ही बचे है। महिला एवं बाल विकास द्वारा पंचकूला से टीम को बुलाकर कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग आयोजित करवाई गई थी। लेकिन अभी तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के धरने की वजह से प्ले स्कूल की ट्रेनिंग नहीं ली है।