पीएम आवास और पीएम किसान एप का लिंक सेंड करने पर ब्लॉक की सभी आंगनवाड़ी के फोन हुए हैक
आंगनवाड़ी न्यूज़
आज कल फर्जी एप का लिंक डालकर मोबाइल को हैक करने का चलन जोरों पर चल रहा है। ये हैकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओ के नाम से एप का नाम डालकर व्हाट्सएप ग्रुपो मे डालकर फोन को हैक किया जा रहा है उसके बाद हैक किए फोन से दूसरे ग्रुपो मे ऑटो मेटिक मेसेज जाना शुरू हो जाता है।
अब इन हैकरो ने बाल विकास विभाग से जुड़ी आंगनवाड़ी वर्करो पर अपना टारगेट बनाना शुरू कर दिया है। आंगनवाड़ी ग्रुपो मे पिछले एक माह से सरकारी योजनाओ का फर्जी एप का लिंक डाला जा रहा है। जिस नंबर से इस एप का लिंक डाला जाता है उसे खुद नहीं पता होता कि उसके फोन से कोई एप का लिंक ग्रुप मे डाला गया है। जिस फोन से ये लिंक डाला गया है इसका सीधा मतलब है उसका फोन हैक किया जा चुका है।
मध्य प्रदेश के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के सर्रा सेक्टर की सभी आंगनबाड़ी वर्करो के मोबाइल फोन हैक हो गए है। जिसके कारण उनके व्हाट्सएप नंबरों से अनजाने में एप का लिंक वाले मैसेज ग्रुपों में भेजे जाने लगे। ये मैसेज पीएम आवास,ग्राम पंचायत और पीएम किसान योजनाओं से जुड़े एप का लिंक के रूप में आ रहे थे, जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया जाता था।
सोमवार की सुबह तेंदूखेड़ा ब्लाक के सर्रा सेक्टर की आंगनबाड़ी वर्करो के मोबाइल फोन अचानक हैक हो गए। उनके नंबरों से मैसेज दूसरे नंबरों पर जाने लगे। जब अन्य आंगनबाड़ी वर्करो ने इन मैसजों को देखा तो अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गयी। इसके बाद साइबर सेल के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इसकी शिकायत दर्ज कराई।
ज़ब आंगनबाड़ी वर्करो को फोन से मैसेज भेजने की जानकारी ली तो पता चला कि किसी ने उनके फोन नंबरों को हैक करके उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया है। जिसकी वजह से उनकी बिना जानकारी के व्हाट्सएप नंबर से दूसरे नंबर पर मैसेज जा रहे हैं।
जिन आंगनवाड़ी वर्करो का फोन हैक हो चुका है उनका कहना है कि हम लोगों को दूसरी आंगनबाड़ी ने बताया था कि आप के नंबर से फर्जी एप का लिंक का मैसेज ग्रुपों में आ रहे हैं। उसके बाद आंगनवाड़ी को पता चला कि उनके नंबर हैक हो गए हैं। ये फर्जी एप का लिंक पीएम आवास, पीएम किसान और ग्राम पंचायत के नाम से लिखकर आ रहा था। जिन नंबरों से मैसेस आ रहे हैं उसके बाद वह अचानक डिलीट भी हो जाते थे।
सर्रा सेक्टर की मुख्य सेविका पूजा ठाकुर ने भी इस फर्जी एप लिंक को सही बताया है। सर्रा सेक्टर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के नंबरों से एक ही लिंक ग्रुपों में आ रहे हैं। जब इस बारे मे आंगनवाड़ी से पूछा जाता है तो आंगनवाड़ी को इसकी जानकारी नहीं होती। ऐसी आंगनबाड़ी वर्करो को ग्रुप से रीमूव किया गया है।
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