आंगनवाड़ी लाभार्थियो के राशन वितरण की ज़िम्मेदारी पोषण ट्रेकर के हवाले
आंगनवाड़ी न्यूज

प्रदेश मे आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो और महिलाओ को मिलने वाले पुष्टाहार वितरण मे पारदर्शिता की ज़िम्मेदारी बाल विकास विभाग के पोर्टल पोषण ट्रेकर को दी गयी है। इस पोषण ट्रैकर ऐप से लाभार्थियों का चेहरा सत्यापित करने के बाद पुष्टाहार दिया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दे कि पोषण ट्रैकर ऐप एक बायोमैट्रिक सिस्टम है। इस एप पर सभी लाभार्थियों की बायोमेट्रिक सिस्टम से चेहरा, आधार नंबर और मोबाइल नंबर की फीडिंग की जाएगी। इसके बाद सभी लाभार्थियों को इस पोषण ऐप से सत्यापित करके पोषाहार का वितरण किया जाएगा।
पुष्टाहार देने के लिए पोषण ट्रेकर ऐप पर लाभार्थी के अभिभावक में माता, पिता, दादा, दादी में किसी एक का आधार का नंबर डालने के बाद उनके मोबाइल पर ओटीपी आयेगा। उस ओटीपी को पोषण ट्रेकर ऐप पर डालने पर लाभार्थी के चेहरे का सत्यापन करके पुष्टाहार वितरण किया जाएगा।
केन्द्रीय बाल विकास मंत्रालय ने पुष्टाहार वितरण में धांधली रोकने और आंगनवाड़ी वर्करो की उपस्थिती,ऑनलाइन डाटा फीड करने के लिए पोषण ट्रैकर ऐप का निर्माण किया है। अब नए नियमानुसार आंगनवाड़ी द्वारा दो से तीन माह में सभी लाभार्थियों के चेहरे का सत्यापन और आधार ओटीपी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
आजमगढ़ जिले की 22 परियोजनाओ मे संचालित कुल 5588 आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगभग 5 लाख 70 हजार बच्चो को पोषाहार वितरित किया जाता है। इन लाभार्थियो को पारदर्शिता से राशन वितरण के लिए सीडीपीओ और सुपरवाइजर को पहले चरण में ट्रेनिंग दी जा चुकी है। अब जिले की सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।