एक माह पहले मृत हुई आंगनवाडी को विभाग भेज रहा कारण बताओ नोटिस
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास विभाग की लगातार लापरवाही से कुपोषण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। विभागीय अधिकारी कुपोषण के मामले मे कितनी सक्रियता और गंभीरता से काम करते है इस बात का प्रमाण है कि एक मृतक आंगनवाड़ी को मरने के बाद भी लापरवाही के नोटिस भेजे जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश के राघौगढ़ क्षेत्र के बाल विकास परियोजना अधिकारी संतोष अलावा ने 16 मई को खेजड़ा चक की एक मृत मिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री उषा नट को विभागीय कार्य की लापरवाही के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जबकि आंगनवाड़ी उषा की मृत्यु 30 अप्रैल को पहले ही हो चुकी है।
परियोजना अधिकारी संतोष द्वारा जारी नोटिस के अनुसार 11 मई से समस्त सेक्टरों में आंगनवाड़ी केन्द्रो मे 6 वर्ष के बच्चों का सही-सही वजन, ऊंचाई, लंबाई दर्ज करने के लिए पूर्व में क्षमतावर्धन प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। लेकिन बार-बार निर्देश देने के बाद भी 15 मई 2024 तक आपके द्वारा ऊंचाई, लंबाई पोषण ट्रैकर में दर्ज नहीं किया गया है जिससे विभागीय छवि धूमिल हुई है।
शासन द्वारा महत्वपूर्ण कार्य करने मे आपके द्वारा की गयी लापरवाही से प्रतीत होता है कि आपके द्वारा विभागीय निर्देशों अनुसार कार्य नहीं किया जाता है। आपको भेजे गए नोटिस में दो दिन के अंदर कार्यालय मे उपस्थित होकर अपना जवाब प्रस्तुत करे।
जबकि आंगनवाड़ी उषा नट की 30 अप्रैल को बीमारी से मौत हो चुकी है। अब अधिकारियों को आंगनवाड़ी की मौत की जानकारी मिली है तो विभागीय अधिकारी इस नोटिस को लेकर मामला दबाने में लग गए हैं। इस मामले में परियोजना अधिकारी संतोष अलावा और जिला कार्यक्रम अधिकारी आरबी गोयल कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।