नोटो की गड्डी गिनते हुए सीडीपीओ की वीडियो हुई वायरल
आंगनवाड़ी न्यूज़
कुशीनगर जनपद के जिलाधिकारी के निर्देश पर बाल विकास एवं पुष्टाहार कार्यालय खड्डा में तैनात बाल विकास परियोजना अधिकारी अब्दुल कयूम के खिलाफ पडरौना कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उक्त सीडीपीओ के पास सुकरौली ब्लॉक का भी चार्ज है। सीडीपीओ का एक सप्ताह पूर्व स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर एक व्यक्ति से 25 हजार रुपये रिश्वत के रूप में लेने का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हुआ था। इस वीडियो की जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है
इस वीडियो में कसया थाना क्षेत्र पिपरा तिवारी निवासी एक व्यक्ति सुकरौली के तत्कालीन सीडीपीओ को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर एडवांस में 25 हजार की रिश्वत देते दिख रहा था। सीडीपीओ द्वारा युवक से नौकरी के नाम पर एक लाख रुपये की मांग की गई थी किसी कार्यक्रम में युवक एक व्यक्ति के माध्यम से सीडीपीओ को दो-दो सौ के 25 हजार की गड्डी थमा रहा है। नोटों की गड्डी लेने के बाद सीडीपीओ उसकी गिनती करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने डीपीओ को सीडीपीओ के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इंसपेक्टर कोतवाली निर्भय सिंह ने बताया कि केस दर्जकर छानबीन शुरू कर दी गयी है।
डीएम एस राजलिंगम ने डीपीओ एसके राय से वीडियो वायरल होने के बाद ही कार्रवाई के निर्देश दिए थे। केस दर्ज कराने के साथ विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजने को कहा था। डीपीओ ने इस मामले में शुरू से ही हीला हवाली शुरू की थी । डीपीओ के रवैये को देखते हुए डीएम ने डीपीओ को बुलाकर फटकार लगायी और तत्काल सीडीओ के कहे अनुसार रिपोर्ट देने को कहा। रिपोर्ट में कमी पाए जाने पर सीडीओ ने डीपीओ से कहा था कि कमियां दुरुस्त कर रिपोर्ट के साथ आरोप पत्र भेजें
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा है कि सीडीपीओ के खिलाफ पडरौना कोतवाली में केस दर्ज करा दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी कराएंगे। भ्रस्टाचार में लिप्त कोई भी अधिकारी को बक्शा नही जायेगा ।
वीएचएनडी अब छाया ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के रूप में मनेगा
सीतापुर जनपद में प्रत्येक बुधवार व शनिवार को मनाया जाने वाला ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) अब छाया ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक व प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
अपर मुख्य सचिव ने इस विषय के बारे में बताया कि हर माह के पहले बुधवार को स्वास्थ्य उपकेंद्र पर यह आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में दी जाने वाली छाया गोली एक नॉन हार्मोनल दवा है। महिलाएं इसका प्रयोग गर्भ निरोध के लिए करती हैं। महिलाओं के स्वास्थ्य पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। जनसंख्या स्थिरीकरण एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने के लिए टीकाकरण, पोषण एवं परिवार नियोजन के सभी साधनों के प्रति लोगों को जानकारी देकर उनके उपयोग पर बल देने के उद्देश्य से प्रत्येक बुधवार व शनिवार को मनाए जाने वाले ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में अब गर्भ निरोधक छाया गोली को जोड़ते हुए इसे छाया ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से आयोजित होने वाला ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस स्वास्थ्य उपकेंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूल, सार्वजनिक भवनों पर मनाया जाता है।
परिवार नियोजन प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि वीएचएनडी पर गर्भवती और धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की सेवाएं दी जाती हैं। गर्भवती और दो साल तक की उम्र के बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। दस से 19 साल तक की आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें कैल्शियम और ऑयरन की गोलियां दी जाती हैं। गर्भवती का वजन करने के साथ ही उनके गर्भ की जांच, ब्लड प्रेशर और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य की जांच एएनएम द्वारा की जाती है। बच्चों का वजन करें पोषाहार वितरित किया जाता है।
जिले के सीएमओ का कहना है कि अपर मुख्य सचिव का पत्र मिला है। पत्र के माध्यम से दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप तैयारियां तेज कर दी गई हैं। आगामी वीएचएनडी को जिले भर में छाया वीएचएनडी के रूप में मनाया जाएगा।
अम्बेडकरनगर जनपद में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा एवं सदस्य डॉ सुचिता चतुर्वेदी ने पसियापारा प्राथमिक विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के कायाकल्प व आंगनबाड़ी भवन में छत के पंखें लगवाने की निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी केन्द्र पर आयोग की सदस्या डॉ सुचिता चतुर्वेदी ने खानपान और आंगनबाड़ी केन्द्र पर दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में पूछा। इसके बाद छह माह की उम्र पूरी कर चुके दो बच्चों आदित्यी व अभिज्ञ का अन्न प्राशन किया और बच्चों की उचित देखभाल करने के लिए उनकी माताओं को निर्देश दिए। इसके बाद आयोग अध्यक्ष का काफिला जिला अस्पताल पहुंचा जहां पर उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र पर के10 भरी सीटों को देख बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की सराहना किया। वहीं बच्चों के खानपान और पोषण पुनर्वास के रसोइया का सघन निरीक्षण किया। टीम ने अस्पताल के एसएनसीयू और अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया।