प्री प्राइमरी के लिए 145 आंगनवाड़ी केंद्रों का हुआ चयन
आंगनवाड़ी न्यूज
केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 2.0 के तहत तीन से छह वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्राथमिक शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग ने शुरुवात कर दी है। इन केन्द्रो पर प्रारम्भिक पढ़ाई के बाद उसी प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश दे दिया जायेगा।
प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित हो रहे आंगनवाड़ी केन्द्रो का पहले चरण के लिए चयन किया गया हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चो को निपुण शिक्षा देने के लिए लर्निग कॉर्नर बनाए जा रहे है। जिससे इन बच्चो को खेल खेल मे शिक्षा दी जा सके।
सिद्धार्थनगर जिले मे को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में लर्निग कॉर्नर बनाने के लिए 145 केन्द्रो का चयन किया गया है जिसके लिए प्रति आंगनवाड़ी केंद्र पर 8110 रुपये खर्च किये जाएंगे। होंगे। प्राथमिक शिक्षा लेने से पहले बच्चो को पूर्व पाठशाला का ज्ञान बहुत जरूरी है इसके लिए बच्चो को खेल-खेल में पढ़ाई कराई जायेगी।
इस सम्बंध मे जिले के बीएसए देंवेंद्र कुमार पांडेय का कहना है कि आंगनवाड़ी केन्द्रो मे लर्निंग कॉर्नर बनाने के लिए बजट मिल गया है। यह अब सभी बीईओ को निर्देशित किया गया है कि वह एसएमसी के माध्यम से जल्द ही केन्द्रो मे इसको जल्द संचालित किया जाएगा। इन लर्निंग सेंटर के माध्यम से बच्चो को निपुण बनाया जायेगा।
आंगनवाड़ी केन्द्रो को चार चरणों में लर्निग कॉर्नर बनाया जायेगा। जिसमे रीडिंग कॉर्नर, आर्ट कॉर्नर, किताब कॉर्नर, प्रदर्शन कॉर्नर बनाए जाएंगे। इनको बनाने के लिए किचन सेट, डॉक्टर सेट, भोजन सेट, फ्रूट सेट, टेलीफोन सहित अन्य सामग्री खरीदने के लिए धनराशि एसएमसी के खातों में ट्रांसफर कर दी गई है। आंगनवाड़ी केन्द्रो पर आने वाले बच्चो को इन बच्चो का शिक्षा स्तर बेहतर किया जायेगा।
जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में लर्निग कॉर्नर शुरू करने के लिए 145 केन्द्रो को चिन्हित किया गया है। इन केन्द्रो को लर्निंग कॉर्नर के रूप मे स्थापित करने के लिए हर केंद्र को 8110 रुपये की धनराशि विद्यालय प्रबंध समिति के खातों में भेजी गई है। इस समिति मे प्रधानाध्यापक, ग्राम प्रधान व आंगनबाड़ी कार्यकत्री को शामिल किया गया है।
Mujhe bhi chahiye aagnwaadir ka nokari bhot jarurat hai mujhe