गर्मी मे झुलस रहे आंगनवाडी के बच्चे,अधिकारी दे रहे नियमो की दुहाई
आंगनवाड़ी न्यूज
उत्तरप्रदेश में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है । अलग अलग जिलों में तापमान 45 से 47 डिग्री तक पहुंच चुका है। लेकिन अभी भी बहुत से जिलों में आंगनवाड़ी केंद्रों के नौनिहाल जाने के लिए मजबूर है।
कई जिले के डीएम अपने अपने जिले में 15 जून तक स्कूलों से लेकर आंगनवाड़ी केंद्रों का अवकाश घोषित कर चुके है। इसके लिए डीएम के निर्देश पर डीपीओ द्वारा आदेश भी जारी किया जा चुका है।
सहारनपुर जिले में अभी भी आंगनवाड़ी केंद्र खुले हुए हैl आंगनवाड़ी केंद्रों के अवकाश के लिए जिले के आंगनवाड़ी संघठन द्वारा सूचना दी जा चुकी है लेकिन डीएम द्वारा इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
जिले के बड़गांव क्षेत्र में जिला अधिकारी महोदय के निर्देश पर भीषण गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए सरकारी सहित निजी विद्यालय तथा कोचिंग संस्थानों को एक माह तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।
लेकिन अभी भी आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहालों को इस कड़ी धूप में पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। अगर ऐसी स्थिति में कोई बच्चा बीमार होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर अवकाश के लिए आंगनबाड़ी संघठन के पदाधिकारी द्वारा कई बार जिलाधिकारी से वार्ता भी हुई है। संघठन का कहना है कि सरकारी और निजी स्कूलों की तरह आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी अवकाश होना चाहिए ।लेकिन अब तक अवकाश के संबंध में कोई आदेश जारी नही किया गया है।
क्षेत्र की सीडीपीओ रेखा कौशिक ने बताया कि बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर ग्रीष्म और शीत समय के लिए अवकाश के संबंध में कोई गाइड लाइंस नही बनाई गई है।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर अवकाश के लिए सिर्फ जिला अधिकारी को ही अधिकार है । बाकी बाल विकास विभाग के किसी अधिकारी को अधिकार नहीं दिए गए है कि वो केंद्रों पर अवकाश घोषित करे। सबसे पहले डीएम को ही निर्देश देने का अधिकार है।