वाराणसी जिले मे देश के प्रधानमंत्री की संसदीय क्षेत्र मे भी महिलाए और किशोरी सुरक्षित नहीं है। नारी सुरक्षा पर अनेकों योजनाए चलाये जाने के बाद भी रेप और छेड़छाड़ की घटनाए बढ़ती जा रही है। जिले के जंसा थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्र के बाहर एक डेढ़ वर्ष की बच्ची के साथ छेड़खानी की गयी है।
पीड़िता बच्ची के पिता का कहना है कि उसकी डेढ़ साल की बच्ची पढ़ाई के बाद घर लौट रही थी। तभी गांव के रहने वाले आरोपी ने आंगनवाड़ी केंद्र के सामने गुजरती हुई उसकी बच्ची के साथ छेड़खानी करनी शुरू कर दी।
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर केंद्र पर नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री वहा पहुच गयी और आरोपी से छूटने की कोशिश की। उस आरोपी ने आंगनवाड़ी को गाली देनी शुरू कर दी। बच्ची को आरोपी से तो बचा लिया लेकिन आरोपी उस बच्ची को जान से मारने की धमकी देकर भाग गया।
जंसा थानाध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने बताया कि बच्ची के पिता द्वारा तहरीर दी गयी है इसी आधार पर पुलिस जांच कर रही है। इस मामले पर तहरीर के आधार पर जांच पूर्ण कर कार्यवाही की जायेगी।
मिर्जापुर जनपद मे बाल पुष्टाहार विभाग के लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ड्राई राशन वितरण किया जाता है। इस राशन मे लाभार्थियो को चना की दाल, गेहूं दलिया, फोर्टिफाइड चावल, एडिबल आयल वितरित किया जाता है। आंगनवाड़ी केंद्र पर लाभार्थियों को पोषाहार के साथ साथ सभी योजनाओ का लाभ मिले इसके लिए व्यवस्था मे बदलाव किया जा रहा है ।
आंगनवाड़ी केन्द्रो के लाभार्थियो को राशन वितरण के लिए ब्लाक व तिथिवार रोस्टर तैयार किया जा रहा है। जिसमे जुलाई से सितंबर के लिए लाभार्थियों को 24 अगस्त से एक सितंबर तक रोस्टर के अनुसार राशन का वितरण होगा। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के लाभार्थियों को चावल का वितरण कोटेदार द्वारा किया जायेगा।बाकी अन्य सामाग्री के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा लाभार्थियों को टोकन दिया जाएगा।
जिले के कुल 2668 आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 माह से 6 वर्ष के 260861 बच्चे पंजीकृत हैं। जिसमे वर्तमान में 10263 अतिकुपोषित बच्चे और 46341 कुपोषित श्रेणी के बच्चे हैं। सैम श्रेणी में 2450 और मैम श्रेणी के 10825 बच्चे भी हैं।
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