डीपीओ कार्यालय मे तैनात महिला कर्मी ने मानसिक उत्पीड़न का लगाया आरोप
आंगनवाड़ी न्यूज
अमेठी मे बाल विकास विभाग के डीपीओ कार्यालय में तैनात महिला कर्मी उमा उपाध्याय ने जिला कार्यक्रम अधिकारी पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस महिला कर्मी का आरोप है कि उनके डीपीओ द्वारा उन्हे मानसिक प्रताड़ना से परेशान किया जा रहा है।
पीड़ित महिला ने परेशान होकर इस मामले की शिकायत अपने सांसद किशोरी लाल शर्मा से भी की है। शिकायत को संज्ञान मे लेते हुए इस प्रकरण में सांसद किशोरी लाल शर्मा ने सीडीओ को पत्र लिखकर कार्यवाही कराये जाने का आश्वासन दिया है।
बाल विकास विभाग के डीपीओ कार्यालय में तैनात कर्मी उमा उपाध्याय ने बताया कि वह डीपीओ कार्यालय में कार्यरत है। उनके डीपीओ अनिल मौर्य द्वारा बिना नियम के जबर्दस्ती वन स्टाप सेंटर पर स्थानांतरण कर दिया गया है। साथ ही उमा द्वारा मातृत्व अवकाश के लिए पत्र दिये जाने के बाद भी उसे अस्वीकार करते हुए अवकाश नहीं दिया जा रहा है।
उमा उपाध्याय ने डीपीओ पर आरोप लगाते हुए बताया कि विभाग मे समय पर कार्य करते हुए भी उनका जून 2023 का मानदेय रोका गया है। इसकी शिकायत उन्होने सीडीओ से भी की थी जिस पर उन्होने डीपीओ को मानदेय देने के लिए निर्देश दिये थे लेकिन फिर भी डीपीओ द्वारा मनमानी की वजह से मानदेय नहीं मिला है। निर्देशित भी किया था, बावजूद इसके की जा रही है।
महिला कर्मी का कहना है कि डीपीओ द्वारा पीओ अजय यादव के खिलाफ शिकायत करने को लेकर उनके खिलाफ ये साजिश रची जा रही है। सार्थ ही प्रोबेशन कार्यालय के रजिस्टर में हस्ताक्षर करने से भी मना किया जा रहा है। डीपीओ कार्यालय में भ्रष्टाचार होने के कारण अन्य महिलाकर्मी भी परेशान हैं। महिला कर्मी के कार्यालय मे चार माह के शिशु लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
अब इस संबंध मे डीपीओ अनिल मौर्य का कहना है कि उमा उपाध्याय की तैनाती वन स्टाप सेंटर में की गयी है। इसके लिए कुछ समय के लिए प्रोबेशन कार्यालय बुलाया गया था। लेकिन अब दुबारा वहीं भेजा गया है। जिसकी वजह से बेवजह शिकायतें की गयी हैं।