
कानपुर देहात के रूरा ब्लॉक के सरांय गढ़ेवा गाँव मे संचालित आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकत्री की बेटी अक्षिता ने यूपीएससी परीक्षा में 394वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता के साथ ब्लॉक और जिले का नाम रोशन किया है। अक्षिता के पिता और भाई अधिवक्ता और माता गाँव के ही आंगनवाड़ी केंद्र पर कार्यकत्री के पद पर नियुक्त है।
अक्षिता का परिवार मूल रूप से पिपरा सुरार के रहने वाले है लेकिन इनके पिता प्रदीप कुमार त्रिवेदी काफी पहले अपने ननिहाल सरांय गढ़ेवा में आकर रहने लगे थे। वर्तमान समय में अब पालीवाल नगर में निवास कर रहे हैं। जबकि भाई अभिनव हाईकोर्ट में वकालत कर रहा है।

अक्षिता की प्राथमिक शिक्षा रूरा के सरस्वती ज्ञान मंदिर से शुरू की थी। कक्षा तीन तक यहां पढ़ने के बाद वर्ष 2006 में केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 4 में उसका दाखिला हुआ था। अक्षिता के 2014 में हाईस्कूल की परीक्षा मे 95 फीसदी से अधिक अंक और 2016 में इंटरमीडिएट की परीक्षा 94 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की थी। इसके बाद अक्षिता ने बीआईईटी झांसी से वर्ष 2020 में बीटेक किया।
बीटेक करने के बाद सिविल सेवा मे जाने के लिए यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। अक्षिता त्रिवेदी ने वर्ष 2021 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी,लेकिन उसमें वह असफल हो गई। इसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और अगले साल फिर कड़ी मेहनत करते हुए दूसरी बार 2022 में यूपीएससी यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन इस बार भी अक्षिता को असफलता ही मिली।
इसके बाद उसने घर पर ही रहकर कड़ी मेहनत के साथ तैयारी करते हुए तीसरी बार 2024 में फिर से परीक्षा दी। लेकिन इस बार अक्षिता का आईएएस बनने का सपना सच हो गया। और अक्षिता ने तीसरी बार में 394 वीं रैंक के साथ परीक्षा उत्तीर्ण कर अपने माता-पिता और जिले का नाम रोशन कर दिया।
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