
नयी दिल्ली उत्तरप्रदेश से देवरिया के सांसद श्री शशांक मणि ने लोकसभा मे पूछा है कि क्या मिशन सक्षम आंगनवाड़ी द्वारा देश भर के आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण, प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसी एकीकृत बाल सेवाएं प्रदान की जा रही है।
इसका जवाब देते हुए केंद्रीय बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि 15वें वित्त आयोग में, 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं और किशोरियों, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (3-6 वर्ष) और आधुनिक, उन्नत सक्षम आंगनवाड़ी सहित आंगनवाड़ी बुनियादी ढांचा को प्रभावी कार्यान्वयन और लाभार्थियों को बेहतर पोषण वितरण के लिए मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत पुनर्गठित किया गया है।
देश भर में कुल 13.96 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से मिशन पोषण 2.0 के तहत निम्नलिखित छह सेवाए दी जाती है:
- पूरक पोषण (एसएनपी),
- स्कूल-पूर्व अनौपचारिक शिक्षा
- पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा
- टीकाकरण,
- स्वास्थ्य जांच
- रेफरल सेवाएं
इन छह सेवाओं में से तीन जिसमे टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और रेफरल सेवाएं स्वास्थ्य से संबंधित हैं। आंगनवाड़ी केंद्रों की सुविधा में सुधार के लिए बाल विकास मंत्रालय द्वारा विभिन्न कदम उठाए गए हैं, जिनमें आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल सुविधाओं का बजट 10,000 रुपये से बढ़ाकर 17,000 रुपये और शौचालयों के लिए 12,000 रुपये से बढ़ाकर 36,000 रुपये कर दिया गया है।
मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के अंतर्गत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से प्रति वर्ष 10000 आंगनवाड़ी केंद्रों की दर से पांच वर्षों की अवधि में प्रति आंगनवाड़ी केंद्र 12 लाख रुपये की दर से 50000 आंगनवाड़ी केंद्रों के भवनों के निर्माण किये जाने का प्रावधान है।
15वें वित्त आयोग मे आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण करने मे मनरेगा के तहत 8.00 लाख रुपये और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रति आंगनवाड़ी केंद्र 2.00 लाख रुपये केंद्र और राज्यों के बीच निर्धारित लागत में साझा किया जाता है।
मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत बेहतर पोषण वितरण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के लिए सरकारी भवनों में स्थित 40,000 आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए प्रति वर्ष भवन का निर्माण किया जाना है
सक्षम आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनाने के लिए इन केन्द्रो मे एलईडी स्क्रीन, वाटर प्यूरीफायर/आरओ मशीन की स्थापना, पोषण वाटिका, ईसीसीई से संबंधित पुस्तकें और शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही हैं।