सर्वाधिक छात्र संख्या वाले आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगी एजूकेटरों की नियुक्ति
आंगनवाड़ी एजुकेटर भर्ती
सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों में 10684 ईसीसीई एजूकेटर के जरिए केन्द्रो के बच्चो को शिक्षा देने के लिए नयी दिशा मे आगे बढ्ने के लिए कदम उठाये है। इसको लेकर महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी पत्र के अनुसार निर्देश जारी किये गए हैं।
राज्य के सभी जिलो के परिषदीय स्कूलों में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों में आउट सोर्सिंग के माध्यम से 10313 रुपये प्रति माह मानदेय पर ईसीसीई एजूकेटरों की नियुक्ति होगी। तीन से पांच वर्ष तक बच्चों को बेसिक शिक्षा के लिए तैयार करने के मकसद से आंगनबाड़ी केंद्रों पर ईसीसी एजुकेटर (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा) की नियुक्ति की जा रही है।
प्रति आंगनबाड़ी केंद्र पर एक ईसीसी एजुकेटर रखे जाएंगे। जिन्हे प्रति महीने फिक्स 10,313 रुपये मानदेय मिलेगा। जिसमे पीएफ व ईएसआई भी शामिल होगा। 11 महीने के कार्यकाल पर इनकी भर्ती आउटसोर्सिंग कंपनी संविदा के तौर पर करेगी।
ईसीसी एजुकेटर की नियुक्ति का मुख्य उद्देश्य
ये एजूकेटर आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए पूरी तरह तैयार करेंगे। ईसीसी एजुकेटर पढ़ाई में बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए रंग, आकार, ध्वनि, वस्तु, वातावरण, पेड़-पौधों, पक्षी, जानवरों आदि विधियों का सहारा लेंगे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ बच्चों के लिए खेल, नाटक, पिकनिक, क्षेत्र भ्रमण, संगीत, हाथ के कार्य आदि के लिए कार्य योजना तैयार कर उनका क्रियान्वयन कराएंगे।
इन एजूकेटर का काम पांच से छह वर्ष के बच्चों के भौतिक, मानसिक, सामाजिक तथा अकादमिक खेल, नाटक, पिकनिक, हाथ के कार्य, संगीत, भ्रमण कराना रहेगा। विकास का वातावरण तैयार करने के साथ साथ साथ बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए उन्हें निपुण भारत मिशन के तहत भी तैयार किया जाएगा।
ईसीसी एजुकेटर की नियुक्ति के लिए योग्यता
- ईसीसी एजुकेटर बनने के लिए यूजीसी के मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय से 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक की डिग्री होना जरूरी
- नर्सरी अध्यापक शिक्षा/एनटीटी/सीटी (नर्सरी) / डीपीएसई का कम से कम दो वर्ष की अवधि का डिप्लोमा अथवा समकक्ष योग्यता, जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से मान्य हो।
- या
- स्नातक, गृह विज्ञान में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होने वाले आवेदकों को वरीयता
- आवेदनकर्ता की अधिकतम आयु एक जुलाई 2024 को 40 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आरक्षित श्रेणी के आवेदकों को अंकों में पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
चयन के लिए गठित होगी जिला स्तरीय कमेटी
एजूकेटरों की नियुक्ति के लिए जिला स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी। इसमें डायट प्राचार्य, जिला सेवायोजन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा के अलावा बीएसए को शामिल किया गया है। शासन ने डीएम की अध्यक्षता में बनी जिला स्तरीय कमेटी को जेम पोर्टल द्वारा सेवा प्रदाता कंपनी के चयन का निर्देश दिया है।
जल्द शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
इस चयन कमेटी को हर हाल में 30 सितंबर तक भर्ती करने के निर्देश जारी किये गए हैं। इसके लिए बैठक कर पहले से ही रूपरेखा बनानी है। कमेटी में शामिल अधिकारी सेवा प्रदाता कंपनी की ओर से दिए गए मानव संसाधन में से योग्य व्यक्तियों का चयन करेंगे।
प्रधानाध्यापक के नियंत्रण में होगा कार्य
ईसीसी एजुकेटर को विद्यालय के प्रधानाध्यापक के नियंत्रण और मार्गदर्शन में कार्य करना होगा। इसके लिए बाकायदा समय सारिणी तैयार की जाएगी और आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों का प्रोफाइल तैयार करना होगा। बच्चों को सीखने का वातावरण प्रदान करना प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी होगी।
शासनादेश के तहत एजूकेटरों की तैनाती के संबंध में गाइड लाइन जारी की गयी है। सर्वाधिक छात्र संख्या वाले आंगनबाड़ी केंद्रों पर एजूकेटरों की तैनाती की जाएगी। इन एजूकेटरों की पीएम श्री स्कूलों में भी तैनाती की जाएगी। इसके लिए बीएसए को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। ये एजुकेटर आंगनबाड़ी कार्यकत्री को भी पढ़ाने मे सहयोग देंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के साथ संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में 10,684 अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) एजुकेटरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रयागराज में 287 एजुकेटर की तैनाती होगी। इनमें से 23 एजुकेटर पीएम श्री स्कूलों में जबकि 264 अन्य आंगनबाड़ी में रखे जाएंगे।
इसी प्रकार कौशाम्बी में 108, प्रतापगढ़ में 219 और फतेहपुर में 171 एजुकेटर रखे जाएंगे। जबकि सुल्तानपुर जिले के परिषदीय स्कूलों में संचालित 160 आंगनबाड़ी केंद्रों को चयनित किया गया है। इसमें 144 आंगनबाड़ी केंद्र और 16 पीएम श्री स्कूल शामिल हैं।