आंगनवाड़ी केंद्रों मे बच्चो की पढ़ाई का पैटर्न बदला
आंगनवाड़ी प्री प्राइमरी
कन्नौज जिले के परिषदीय स्कूलो मे संचालित किये जा रहे आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चो की पढ़ाई का अब पेटर्न बदल जायेगा। इन केन्द्रो पर अब प्री प्राइमरी के तहत बच्चो को खेल-खेल में रोचक ढंग से पढ़ाई कराई जाएगी। लर्निंग कोर्नर के तहत बनाए गए केन्द्रो की कक्षा में चारों कोने का स्वरूप बदल जायेगा।
जिले के चयनित 126 को लोकेटेड केन्द्रो को लर्निंग कार्नर मे विकसित किया जायेगा। इसके लिए हर स्कूल के केन्द्रो को मॉडल बनाने के लिए शासन द्वारा 8,110 रुपये की धनराशि भेजी गयी है। इन को-लोकेटेड आंगनवाड़ी केन्द्रो पर प्री प्राइमरी के तहत आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा बच्चो को पढ़ाया जा रहा है।
राज्य शिक्षा महानिदेशक शिक्षा विभाग द्वारा जिले के चयनित को-लोकेटेड केन्द्रो पर लर्निंग कार्नर विकसित करने के लिए 10,21,860 रुपये का बजट भेजा जा चुका है। जनपद के 126 चयनित को लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्रों पर 8,110 रुपये प्रति केंद्र के हिसाब से आंगनवाड़ी केंद्र के चारों कोने को सुसज्जित करने के लिए खर्च किए जाएंगे। जिसमे स्कूलों द्वारा उपकरण और वस्तुओं की खरीदारी भी की जाएगी।
लर्निंग कोर्नर मे इन कोने को विकसित होने के बाद बच्चे दैनिक दिनचर्या, फल-फूल और सब्जियों के नाम तथा अक्षर ज्ञान सीख सकेंगे। चारों कोने तैयार होने के बाद वे खेल-खेल में पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए प्रथम चरण में कुल 126 विद्यालयों को चिह्नित किया गया है।
शासन द्वारा भेजी गयी इस धनराशि से स्कूलों में मनोरंजक ढंग से पढ़ाई के लिए फल, फूल व सब्जियों की प्लास्टिक की आकृतियां, खिलौने, डॉक्टर का आला, सिरिंज, किचन का सामान जिसमें प्लास्टिक का चूल्हा व बर्तन आदि खरीदे जाएंगे। इन सामानो को केंद्र के अलग-अलग चार कोनों पर बेहतर ढंग से रखा जाएगा।
आंगनवाड़ी केंद्र के छोटे बच्चे इन आकृतियों के माध्यम से आसानी से चीजों को पहचान सकेंगे और सीख भी सकेंगे। को लोकेटेड केन्द्रो में तैयार किए जाने वाले चार लर्निंग कार्नर में पहला कोना सीखने-पढ़ने का, दूसरा कोना आर्ट कोना, तीसरा कोना ब्लॉक कोना और चौथा कोना प्रदर्शन कोना होगा।
पहला कोना
पहला कोना सीखने-पढ़ने का होगा। इसमें चित्रों से संबंधित पुस्तक, साधारण रंग-बिरंगे तकिये, स्लेट और पोस्टर इत्यादि लगाए जाएंगे। इसकी मदद से वह अक्षर ज्ञान हासिल कर सकेंगे।
दूसरा कोना
दूसरा कोना आर्ट कोना होगा। इसमें आर्ट्स शीट्स, पेंसिल कलर, कैची, ग्लेस पेपर, टूथ ब्रश, तौलिया आदि रखे जाएंगे। इसके माध्यम से दैनिक दिनचर्या में ब्रश करना है, साफ कपड़े पहनने जैसी आदतें सिखाई जाएंगी।
तीसरा कोना
विद्यालय में तीसरा कोना ब्लॉक कोना होगा। जिसमे लकड़ी और प्लास्टिक के रंग बिरंगे ब्लॉक होंगे। इसके ही, हिंदी और अंग्रेजी के अक्षर और अंक तथा चित्र पहेलियां होंगी जिससे कि बच्चो को अक्षर ज्ञान का बेहतर ढंग से ज्ञान हो सके।
चौथा कोना
चौथा कोना प्रदर्शन कोना होगा। इसमें फल, फूल व सब्जियों के प्लास्टिक के सेट, गुड़िया, शीशा कंघा और छोटे पर्दे लगाकर इसे सजाया जाएगा। इसके माध्यम से बच्चों को फल, फूल व कि सब्जियों को पहचानना सिखाया जाएगा।