आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चो को नर्सरी की पढ़ाई के लिए कार्यकत्रियों को मिलेगी ट्रेनिंग
आंगनवाड़ी प्री प्राईमरी
वाराणसी जिले मे आंगनबाड़ी केंद्रों में अप्रैल 2025 से ‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ पाठ्यक्रम पर आधारित पढ़ाई शुरू की जायेगी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा इन केन्द्रो पर पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष तक के बच्चो को प्रारम्भिक शिक्षा देने के लिए ‘आधारशिला’ और ‘नवचेतना’ पुस्तकें का वितरण किया जायेगा। इन किताबों मे नर्सरी शिक्षा पर आधारित हिन्दी, अंग्रेजी, अंक ज्ञान, सामान्य ज्ञान समेत अन्य जरूरी पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी।
इस संबंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह का कहना है कि ‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की अगले माह से ट्रेनिंग शुरू की जाएगी। अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले शिक्षण सत्र मे इस पाठ्यक्रम पर आधारित पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।
‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ अभियान के तहत आंगनवाड़ी वर्करो को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर नियुक्त किये जाएंगे।लखनऊ में बाल विकास परियोजना अधिकारियों और सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर बनाया गया है। इन मास्टर ट्रेनर द्वारा जिले के आठों ब्लॉकों की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बैच द्वारा तीन दिवसीय ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित किया जायेगा।
वर्तमान समय मे जिले में 3914 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रो पर पढ़ने वाले तीन से छह साल के बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास, कुपोषण दूर करने के साथ साथ प्री-प्राइमरी के तहत पढ़ाना भी है।इन केन्द्रो पर पढ़ाई के लिए लर्निंग कोर्नर के माध्यम से शिक्षित किया जा रहा है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा नयी शिक्षा नीति 2.0 के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रारम्भिक शिक्षा शुरू करने का आदेश जारी किया था। इन आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चो को स्कूलों में पढ़ने वाले समान आयु वर्ग के बच्चों की अपेक्षा ज्ञानवर्धन करने के लिए आंगनवाड़ी वर्करो को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इसके लिए ‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ अभियान के तहत यह कवायद शुरू की जा रही है। इस अभियान से जिले के केन्द्रो के 1.59 लाख बच्चे शिक्षित होंगे। 6 वर्ष पूर्ण होने के बाद इन बच्चो को उसी स्कूल मे एडमिशन दिया जायेगा। इसीलिए इन बच्चो को पढ़ाने के लिए अगले महीने से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
Parveen Rani
Sanju