सरकार के इस प्लान से आंगनवाड़ी केंद्रों में बढ़ रही बच्चों की उपस्थिति

प्रदेश सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट लर्निंग सेंटर में बदलने की योजना को लागू कर चुकी है इसके लिए छोटे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को बेहतर बनाने और केन्द्रो पर उपस्थिती बढ़ाने पर काम कर रही है जिससे इन बच्चो के आगे स्कूल की पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने मे बढ़ावा मिलेगा। इसीलिए कोई बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए गांव में आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र विकसित किये जा रहे है।
मिर्जापुर जिले में छोटे बच्चों को बेहतर शिक्षण सुविधाएं देने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब मे बदलने से बच्चो को शिक्षा की सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ सीखने की प्रक्रिया को सरल और आकर्षक हो रहा है।
केन्द्रो को लर्निंग लैब में बदलने से बच्चो को स्वछ पेयजल, ओवरहेड टैंक, सभी शौचालयों में रनिंग वॉटर, बाल-मैत्री शौचालय, टाइल्स युक्त कक्ष, ग्रीन बोर्ड, रसोईघर में सिंक के साथ पानी की आपूर्ति, लो-हाइट डेस्क और बेंच, भवन की पुताई और बाल-अनुकूल पेंटिंग जैसी कुल 18 सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
जिले मे केन्द्रो को लर्निंग लैब में बदलने के पहले चरण में 12 केंद्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित कर लिया गया है जबकि दूसरे चरण में 75 आंगनवाड़ी केंद्रों में 58 केंद्रों का कार्य पूरा हो चुका है। बाकी बचे 17 केंद्रों का कार्य चल रहा है इन केन्द्रो का कार्य भी जल्द खत्म होने वाला है।
लालगंज ब्लाक के चितांग गांव मे आंगनबाड़ी केंद्र को लर्निंग लैब में विकसित किया गया है। इस पहल से आंगनवाड़ी केन्द्रो में आने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है। पहले जो बच्चे कभी कभी केन्द्रो पर आते थे अब ये बच्चे केन्द्रो पर नियमित आ रहे है जिससे वर्तमान में 94 बच्चे नियमित शिक्षा ले रहे हैं।