आंगनवाड़ी केन्द्रो की पहचान सिर्फ पोषाहार नहीं ,शिक्षा को देंगे प्राथमिकता
आंगनवाड़ी न्यूज
राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और महिला बाल विकास व शिक्षा मंत्री आतिशी ने गुरुवारा को त्यागराज स्टेडियम में आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा निर्मित खेल पिटारा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री ने आंगनबाड़ी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बनाई गई स्टेडियम के सभागार में मौजूद आंगनबाड़ी केंद्रों के हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में शैक्षिक किट का अनावरण किया साथ ही कार्यक्रम में खेल पिटारा किट में शामिल उपकरणों के प्रयोग की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि गरीब घरो मे पारिवारिक झगड़ो की वजह से बच्चो पर बुरा असर पड़ता है लेकिन जब बच्चे आंगनवाड़ी केन्द्रो पर आएंगे तो बच्चो की मानसिकता को अच्छा बनाया जा सकता है उन्होने कहा कि इंसान ओसतन 100 वर्ष ज़िंदगी मे 85 प्रतिशत शुरुवाती 6 वर्ष की उम्र मे जितना सीखता है उतना बाकी उम्र मे नहीं सीख सकता इसीलिए बच्चे के शुरुवाती 6 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होते है इसीलिए आंगनवाड़ी केन्द्रो पर वर्करो का रोल बच्चे की ज़िंदगी को महत्वपूर्ण बनाता है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के लिए विदेश के संस्थानों में भेजा जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक आंगनवाड़ी केन्द्रो की पहचान सिर्फ पोषाहार मिलने तक सीमित है हमे ये धारणा बदलनी है अब इन केन्द्रो पर प्रारंभिक चाइल्ड केयर के माध्यम से बच्चो को खेलकूद के माध्यम से नयी नयी चीजे सीखाई जाए इसीलिए जेसे राज्य के टीचर्स को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से बाहर देशो और बड़े बड़े इंस्टीटुट मे प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है उसी तरह आंगनवाड़ी वर्करो को भी ट्रेनिंग के लिए बाहर भेजा जाएगा।
बच्चों के विकास से जुड़े कार्य के अलावा अन्य किसी काम में शामिल नहीं किया जाएगा
अब दिल्ली के शिक्षको को पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य कोई नहीं कराया जाएगा साथ ही आंगनवाड़ी वर्करो को भी आंगनवाड़ी केन्द्रो पर कार्यरत कार्यकत्री को सिर्फ केंद्र की ज़िम्मेदारी संभालनी है शिक्षक और आंगनवाड़ी को अन्य कोई सर्वे या किसी भी विभाग का कार्य नहीं दिया जाएगा आंगनवाड़ी सिर्फ अपने केन्द्रो पर बच्चो की पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकें सीएम ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तरह ही यहां के आंगनबाड़ी केंद्र भी लोग देखने आया करेंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल आंगनवाड़ी वर्करो को संबोधित करते हुए
दिल्ली की शिक्षामंत्री आतिशी ने कहा कि बच्चों की पहली गुरु मां होती है और दूसरी आंगनबाड़ी कार्यकत्री । एक माँ जो जन्म देती है और दूसरी माँ जो आंगनवाड़ी केन्द्रो पर शिक्षा देती है ।बच्चो को उच्च शिक्षा देने के लिए दिल्ली के 11 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर किट मुहैया कराई जाएगी। इनमें तीन से छह वर्ष के आयु वर्ग के लगभग 1.7 लाख बच्चे प्रारंभिक चाइल्ड केयर और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। दिल्ली के 7,500 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट मिल चुकी है। इन किट में किताबें भी शामिल की गई हैं।
बाल पिटारा किट में क्या क्या है
● जोड़-तोड़ लेसिंग टूल, रेत और ट्रे, क्ले, जियोबोर्ड, ब्लॉक, मोती और धागा, जंबो नट बोल्ट
● विजुअल रीडिंग कहानी की किताबें, स्पर्श व कहानी, पोस्टर, वर्णमाला पुस्तक, फ्लैशकार्ड
● मॉडल खिलौना सेट, आवर्धक कांच, संगीत वाद्ययंत्र, कठपुतलियां और दो तरफा स्लेट● पहेलियां और खेल बिल्डिंग ब्लॉक, गेंदें, खेल उपकरण और जिग्सां पहेलियां
● स्टेशनरी प्लास्टिक क्रेयॉन, ओरिगेमी शीट, पेंट ब्रश, कैंची, पोस्टर रंग, ग्लिटरखेल पिटारा किट में खेल सामग्री, खिलौने और सरक्षरता संबंधी संसाधन