सीतापुर जनपद के मछरेहटा ब्लॉक मे आंगनवाड़ी केन्द्रो की स्थिति बदहाल है सरकार द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो के निर्माण के लिए भारी-भरकम बजट आवंटित करने के बाद भी स्थिति खराब है विभागीय अधिकारी भ्रष्टाचार मे लिप्त है जिसके कारण ठेकेदार फाइलों में ही इन केन्द्रो का निर्माण कार्य पूरा कर लेते हैं। जनपद के मछरेहटा ब्लाक की ग्राम पंचायत सड़िला मे बना आंगनबाड़ी केन्द्र छप्पर के नीचे संचालित किया जा रहा है जबकि फ़ाईलों मे आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण किया जा चुका है ।
ग्राम पंचायत सड़िला के पूर्व प्रधान आनंद पवन अवस्थी कहना है कि वर्ष 2019-20 में ठेकेदार द्वारा यहां आंगनबाड़ी केंद्र बनवाया गया था। लेकिन इसके निर्माण में मानकों की अनदेखी की गयी थी । अभी भी इस आंगनवाड़ी केन्द्र का निर्माण आधा अधूरा है। इस केंद्र में अभी तक न तो प्लास्टर हुआ है और न ही बिजली पानी की कोई व्यवस्था की गई हैं। अधूरे निर्माण की वजह से इस केन्द्र के कमरों में ग्रामीणों द्वारा भूसा भर दिया गया है।
इस संबंध में जब बाल विकास परियोजना अधिकारी मछरेहटा सीमा का कहना है कि बीडीओ ने इस केंद्र का एक हफ्ते के अंदर काम शुरू करवाने का आश्वासन दिया है। इन अधिकारियों के जवाब का आंकलन करे तो जो कार्य तीन वर्षों से बंद है, वह सात दिन में केसे संभव हो सकता है। इस आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण भी सिर्फ फ़ाईलों मे हो चुका है हकीकत मे ये केंद्र भी भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ चुका है
प्रशिक्षण मे अव्यवस्थाओं पर आंगनबाड़ी ने उठाए सवाल ,आशा बहुओं ने किया बचाव
उरई जनपद के कदौरा ब्लॉक मे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण का बुधवार को हंगामे के साथ समापन हो गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन आंगनवाड़ी वर्करो ने अव्यवस्थाओं को लेकर आरोप लगाने शुरू कर दिये तो वंहा मौजूद आशा बहुओं ने ये आरोप सुनकर भड़क गयी और उन्होने भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यो पर सवाल सवाल उठाना शुरू कर दिया आंगनवाड़ी और आशा बहुओ के बीच विवाद बढ़ गया। बढ़ते विवाद को देखते हुए अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति को संभाला और मामला शांत कराया
ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों मे अनीसा खातून, अनीता, पुष्पा देवी, रेखा देवी, संगीता देवी, माया देवी, इंद्रा वर्मा द्वारा आरोप लगाया कि हम लोगों के साथ विभाग सौतेला व्यवहार कर रहा है। प्रशिक्षण मे बुलाई गयी आंगनवाड़ी वर्करो को कोई बैठने की व खान पान की व्यवस्था नही की गई। जब आंगनवाड़ी वर्करो ने इस व्यवस्था पर सवाल उठाए तो उस समय स्थितिऔर बिगड़ गई क्योंकि आरोप सुनकर वंहा मौजूद आशा बहुओं में शांति देवी, राम कुमारी, जाहिदा, रीना देवी, रानी, मालती, सुनीता ने विभाग की तरफ से बोलना शुरू कर दिया और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर ही राशन न बांटने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। आशा बहुओ के इस रवेये पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बिफर पड़ी और हंगामा शुरू हो गया। बढ़ते हंगामे को देखकर प्रशिक्षण दे रहे अधिकारी ट्रेनर साबिर, हरिहर सिंह, पंकज कुमार ने किसी तरह से दोनों पक्षो को समझा-बुझाकर शांत कराया।
सीएचसी प्रभारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इसमे अंतिम दिन कुछ आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बीचआपस में किसी बात को लेकर बहस हुई है, लेकिन वहां मौजूद प्रशिक्षण दे रहे अधिकारियों ने दोनों को शांत कराकर विवाद को खत्म करा दिया।
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