आंगनवाड़ी वर्करों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि मे पोषण ट्रेकर सबसे बड़ी रुकावट
पोषण ट्रेकर

उत्तरप्रदेश के बाल विकास विभाग मे आंगनवाड़ी वर्करो को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि मे सबसे बड़ी रुकावट विभागीय पोर्टल ही बना हुआ है। जिसके कारण आंगनवाड़ी को केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से वंचित होना पड़ रहा है।
बाल विकास विभाग मे आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन करने वाली आंगनवाड़ी को प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा उनके कार्य के अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। ये प्रोत्साहन राशि विभागीय पोर्टल पर बच्चो और आंगनवाड़ी वर्करो के केंद्र पर उपस्थिती , बच्चो के ग्रुप फोटो, राशन वितरण की फोटो और बच्चो की गतिविधिया जिसमे लंबाई और वजन को फीड किया जाता है।
लेकिन इस विभागीय पोर्टल पोषण ट्रेकर पर आए दिन तकनीकी समस्या होने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फीडिंग करने मे समस्या आ रही है जिससे आंगनवाड़ी केन्द्रो की अपडेट फीड न होने से प्रोत्साहन राशि से वंचित होना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो का पेपर वर्क खत्म करने के लिए पोषण ट्रेकर नाम से पोर्टल लौंच किया गया था। आंगनवाड़ी वर्करो को अलग अलग काम के लिए रजिस्टर पर कार्य करना पड़ता था लेकिन इस पोषण ट्रेकर के आने से अब सभी गतिविधिया और उपस्थिती को स्मार्टफोन द्वारा ऑनलाइन अपडेट किया जाता है।
लेकिन इस पोषण ट्रेकर पर तकनीकी समस्या ज्यादा बनी रहती है विभाग द्वारा इस पोर्टल मे लगातार बदलाव करने की वजह से लगभग हर माह अपडेट किया जाता है। जबकि विभाग द्वारा पोर्टल मे बदलाव की जानकारी के लिए आंगनवाड़ी वर्करो को प्रशिक्षण भी नहीं दिया जाता है।
पोषण ट्रेकर पर आए दिन नए वर्जन आने से विभाग कार्य भी प्रभावित हो रहा है। पोषण ट्रैकर को इस माह भी अपडेट किया गया है। लेकिन इस नए वर्जन की पूर्ण जानकारी न तो विभागीय कर्मियों के पास है और न ही आंगनवाड़ी वर्करो को इसका प्रशिक्षण दिया गया है। जिसकी वजह से आंगनवाड़ी वर्करो को प्रोत्साहन राशि का नुकसान उठाना पड़ रहा है।