आंगनवाड़ी केन्द्रो से जोड़े जाएंगे एक से दो विद्यालय, बनाई जायेगी संयुक्त टीम
आंगनवाड़ी न्यूज
देश मे शिक्षा मे बदलाव करते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की शुरुवात की गयी थी। जिसमे पुराने स्तर पर चल रही शिक्षा व्यवस्था को बदल दिया गया था। इस नयी व्यवस्था मे प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के नियम बदल दिये गए थे।
इस बदलाव मे खासकर प्राथमिक शिक्षा को देखते हुए 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चो को आंगनवाड़ी केन्द्रो पर शिक्षा देना था। लेकिन 2024 तक भी पूरे देश मे सभी आंगनवाड़ी केन्द्रो पर शिक्षण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। केंद्र सरकार और उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा समय समय पर बदलाव करने और शिक्षा व्यवस्था पर ज़ोर देने के संबंध मे आदेश जारी किये जाते रहे है।
अब इस संबंध मे दिल्ली सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार प्रदेश मे चल रहे सर्वोदय विद्यालयों को आंगनवाड़ी केन्द्रो को जोड़ रही है। जिससे इन आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चो को स्कूलो मे चल रही गतिविधियो और स्कूलो के संसाधनो का उपयोग कर सके।
नई दिल्ली प्रदेश मे शिक्षा निदेशालय की नर्सरी प्राइमरी शाखा की उप शिक्षा निदेशक डॉ. कंचन जैन ने सर्कुलर जारी किया है। इस आदेश के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्रों को सर्वोदय विद्यालयों से जोड़ा जाएगा। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे विद्यालयों के संसाधनों का भी उपयोग कर सकेंगे। शिक्षा विभाग के अनुसार एक सर्वोदय विद्यालय से एक से दो आंगनवाड़ी केन्द्रो को जोड़ा जायेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए शिक्षा निदेशालय की उप शिक्षा निदेशक डॉ. कंचन जैन द्वारा जारी सूचना के अनुसार प्रदेश मे चल रहे 299 सर्वोदय विद्यालयों को आंगनवाड़ी केन्द्रो से जोड़ा जायेगा।
इसका सबसे बड़ा फायदा होगा कि अगर सर्वोदय विद्यालय में आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन होगा तो आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे लाइब्रेरी,खेल का मैदान समेत अन्य दूसरे संसाधनों का उपयोग भी कर सकेंगे। प्राथमिक स्कूल और प्ले स्कूलो की तरह महत्वपूर्ण दिवसों को मनाने के लिए आंगनवाड़ी वर्करो द्वारा बच्चो के अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा।
उप निदेशक द्वारा जारी आदेश के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2024-25 को पूरा करने के लिए स्कूल और आंगनवाड़ी टीम के साथ संयुक्त योजना तैयार की जाएगी। आंगनवाड़ी केंद्रों के सहयोग से प्री-प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चों का स्कूल मे ही टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। आंगनवाड़ी ग्रुप बनाकर प्री-प्राइमरी शिक्षकों, आंगनवाड़ी निरीक्षक द्वारा नियमित सूचना प्रेषित की जाएंगी।