आंगनवाड़ी वर्करों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान
Aanganwadi aayushman card

उरई जिले मे आंगनबाड़ी के 60 प्रतिशत और आशा वर्कर के 74 प्रतिशत ही आयुष्मान कार्ड बनाए गए है जिसको देखते हुए अब शेष बचे हुए आशा आंगनबाड़ी वर्कर का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से सभी सीडीपीओ को आंगनबाड़ी का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड से ई केवाईसी की जा रही है। इस योजना के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को निशुल्क इलाज मिलता है। कार्ड जारी होने के बाद देश के किसी भी सूचीबद्ध प्राइवेट सरकारी हॉस्पिटल में पांच लाख तक के इलाज़ की सुविधा मिलती है
आयुष्मान एप से आंगनवाड़ी या आशा स्व पंजीकरण कर घर बैठे आयुष्मान कार्ड बना सकते है। योजना के संबंध में टोल फ्री नंबर 14555 पर या सीएमओ कार्यालय में डीआईयू से भी संपर्क करके अधिक जानकारी ली जा सकती है।
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से सभी आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को जोड़ने के लिए एक साल पूर्व जारी आदेश के बाद भी इन वर्करो का आयुष्मान कार्ड नहीं बन सका है। अब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जालौन डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने सभी चिकित्सा अधीक्षकों को बीपीसीएम के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 3 दिन का समय दिया है।
जिले के आयुष्मान भारत योजना कार्यक्रम प्रभारी डॉ आशीष कुमार झा का कहना है कि अभी वर्तमान में केवल आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका का ही व्यक्तिगत आयुष्मान कार्ड जारी किया जा रहा है। इनके परिवार के सदस्यों का नहीं बनाया जायेगा।
जिले में बाल विकास की 552 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आयुष्मान कार्ड बनाने की योजना का लक्ष्य रखा है। जिसमें 1064 आंगनबाड़ी के परिवार के सदस्यों सहित आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। जबकि उन्हीं आशा कार्यकर्ता के परिवार को इस योजना में शामिल किया जायेगा।
जिनके परिवार का नाम पूर्व में आयुष्मान भारत योजना के अन्य लाभार्थी सूची में सम्मिलित हैं। जैसे एसईसीसी 2011, अंत्योदय अन्न योजना और जिस राशन कार्ड मे पात्र गृहस्थी के 6 या 6 से अधिक परिवार के सदस्य होंगे।