आंगनवाड़ी भवन बनाने मे ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और इंजीनियर ने किया घोटाला
आंगनवाड़ी न्यूज
बागपत जिले के खेकड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत गोठरा में आंगनवाड़ी केंद्र के सौंदर्यकरण में ग्राम प्रधान समेत अन्य लोगो ने बड़ा घोटाला किया है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जांच मे घोटाला पाये जाने पर ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और कंसलटेंट इंजीनियर से गबन किये गए 1,84,844 रुपये की रिकवरी के निर्देश दिए हैं।
वर्ष 2022 में शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायत गोठरा में बाल विकास के आंगनवाड़ी केंद्र के सौंदर्यकरण करने के आदेश जारी किये गए थे जिसके लिए बजट भी आ गया था। इस आंगनवाड़ी केंद्र पर सौंदर्यकरण के लिए 3,98,183 रुपये खर्च किए गए थे।
बीडीसी गौरव गुर्जर ने आंगनवाड़ी भवन बनाने मे घटिया सामग्री उपयोग करने और वित्तीय अनियमितता की शिकायत मेरठ मंडलायुक्त से कर दी। शिकायत के आधार पर कमिश्नर ने इस मामले की जांच तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ल को सौंप दी। सीडीओ ने 6 अक्टूबर 2022 को जांच में पाई गई कमियों का विवरण पांच दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे लेकिन जांच ठंडे बस्ते मे डाल दी गयी।
इसके बाद बीडीसी द्वारा दोबारा मंडलायुक्त से शिकायत करने पर टेक्निकल एडवाइजरी कमेटी का गठन कर दिया गया लेकिन इस बार जांच फाइल गायब कर दी गयी। बीडीसी ने हार न मानते हुए आखिर मे मुख्यमंत्री से शिकायत की।
आंगनबाड़ी केंद्र के सौंदर्यकरण घोटाले का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो सीडीओ ने मंडलायुक्त के निर्देश पर बीडीओ, एडीओ और आरईडी के अवर अभियंता की तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी। जांच समिति की रिपोर्ट मे सीडीओ नीरज कुमार श्रीवास्तव को पता चला कि माप-पुस्तिका में भुगतान के लिए लागत 3,98,183 और कार्य की वास्तविक लागत 2,11,339 दर्शाई गई जिसमे 1,86,844 का बड़ा घोटाले की पोल खुल गयी।
जांच समिति द्वारा की गयी जांच में आंगनवाड़ी भवन पर प्लास्टर की फिनिशिंग नहीं थी और खिड़की-दरवाजे भी मानक के अनुसार नहीं थे साथ ही छत की आईएसएमबी गर्डर और पत्थर की सिल्ली भी संतोषजनक नहीं थी। केंद्र की खिड़कियों पर पल्ले नहीं लगे थे और रंगाई-पुताई का काम बिना वॉल पुट्टी के कराया गया था।
अब इस घोटाले की पोल खुलने पर सीडीओ ने डीपीआरओ को ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और कंसलटेंट इंजीनियर प्रत्येक से 62,281 कुल 1,86,844 रुपये रिकवरी के निर्देश दिए है।