
बाल विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे आंगनवाड़ी केन्द्रो मे बिजली व्यवस्था की समस्या को देखते हुए शासन के आदेश पर विद्युत विभाग को बजट जारी करने के बाद भी अपना कार्य करना शुरू कर दिया है। जिससे आंगनवाड़ी केन्द्रो मे आने वाले समय मे बच्चो और आंगनवाड़ी वर्करो को बड़ी राहत मिल सकती है।
गोण्डा जिले मे बिजली कार्पोरेशन के प्रभारी एसई ने नए तैयार किये गए आंगनबाड़ी केन्द्रों मे बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए बाल विकास से ब्यौरा मांगा है। पिछले कुछ समय पहले जिले में कुल 109 नए आंगनबाड़ी केन्द्रो का निर्माण कराया गया था इसके लिए बाल विकास विभाग ने इन नए केन्द्रो मे बिजली पहुंचाने के लिए बिजली विभाग को लगभग सात लाख रुपये दिए थे।
बिजली विभाग द्वारा जिले के नवाबगंज, डिवीजन मनकापुर और गोण्डा डिवीजन के आंगनवाड़ी केन्द्रो मे बिजली कनेक्शन करना है। वर्ष 2024-25 का वित्तीय वर्ष खत्म होने में भी सिर्फ दो माह का समय बचा है। लेकिन विभाग कनेक्शन करने मे लापरवाही बरत रहा है
बाल विकास द्वारा बिजली विभाग को आंगनवाड़ी केन्द्रो मे बिजली पहुचाने के लिए करीब 6,99391 रुपये बजट जारी किया जा चुका है। इसके बाबजूद भी बाल विकास विभाग को विद्युतीकरण कार्यो को पूरा करने के लिए बिजली विभाग को बार-बार पत्र लिखना पड़ रहा है।
इस संबंध मे जिले के एसई राधेश्याम भास्कर ने बताया कि जिन तीनों खंडों के आंगनवाड़ी केन्द्रो मे विद्युतीकरण का कार्य किया जाना है उन केन्द्रो मे बिजली की व्यवस्था का ब्यौरा मांगा गया है। बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए डिवीजन-दो को दो लाख रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं।